Home Lifestyle Health Doctors Overprescribe Antibiotic | डॉक्टर जानबूझकर लिख रहे हैं एंटीबायोटिक

Doctors Overprescribe Antibiotic | डॉक्टर जानबूझकर लिख रहे हैं एंटीबायोटिक

0


Last Updated:

Doctors Overprescribe Antibiotic: एक बड़े खुलासा में यह बात सामने आई है कि भारत में डॉक्टर जानबूझकर एंटीबायोटिक लिख देते हैं जबकि उसकी जरूरत होती नहीं है. यह अध्ययन साउथ कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है.

बड़ा खुलासा : डॉक्टर जानते हैं एंटीबायोटिक गलत है, फिर भी लिख देते हैंएंटीबायोटिक का गलत इस्तेमाल.
Doctors Overprescribe Antibiotic: डॉक्टरों को पता रहता है कि एंटीबायोटिक के गलत इस्तेमाल से दिक्कतें होती हैं, इसके बावजूद वे जानबूझकर वायरल परेशानियों में भी एंटीबायोटिक लिख देते हैं. डॉक्टरों की इस जबरदस्त लापरवाही की वजह से हजारों लोगों को परेशानी भुगतनी पड़ती है. यह बड़ा खुलासा अमेरिकी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है. दक्षिणी कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों ने कर्नाटक और बिहार के 250 से ज्यादा कस्बों में 2200 से ज्यादा प्राइवेट डॉक्टरों की पर्चियां खंगालीं. नतीजा इतना चौंकाने वाला था कि इससे किसी का भी माथा झनझना सकता है. बच्चों को वायरल दस्त होने पर भी 70 प्रतिशत डॉक्टरों ने एंटीबायोटिक दे दी जबकि गाइडलाइन साफ कहती है कि इन बीमारियों में एंटीबायोटिक दवा नहीं देनी चाहिए. 62 प्रतिशत डॉक्टर मानते भी हैं कि एंटीबायोटिक गलत है लेकिन फिर भी लिखते हैं. इस अध्ययन में कहा गया है कि अगर डॉक्टर अपनी समझ के हिसाब से लिखें तो गलत पर्ची लिखने का चलन 30 प्रतिशत तक घट जाएगा.

गलत धारणा की वजह से लिखते हैं गलत दवाई

इस अध्ययन में पाया गया कि डॉक्टर जानते हैं कि इस बीमारी में एंटीबायोटिक नहीं देनी चाहिए लेकिन वे इसलिए ऐसा करते हैं कि क्योंकि उन्हें यह लगता है कि मरीज एंटीबायोटिक चाहते हैं. उनका मानना है कि अगर एंटीबायोटिक की दवाइयां नहीं लिखेंगे तो मरीज को लगेगा बीमारी ठीक नहीं होगी. हकीकत यह है कि ये पूरी धारणा ही गलत है. मिसकंसेप्शन की वजह से डॉक्टर ऐसा करते हैं. वास्तव में कोई भी मरीज यह नहीं चाहता कि उसे फलां-फलां दवाई खानी है बल्कि वे ठीक होना चाहते हैं.अधिकांश मरीजों ने कहा कि दस्त में उन्हें बस ओआरएस से ठीक कर दे तो बेहतर है. अगर डॉक्टर ओआरएस भी लिख दें तो डॉक्टरों द्वारा गलत दवा लिखने के मामलों में 17 प्रतिशत की कमी आ जाएगी.

डॉक्टरों को डर मरीज कहीं और चले जाएंगे

अध्ययन में यह भी कहा गया है कि इस गलत दवा को लिखने से डॉक्टरों को कोई फायदा भी नहीं होता. अध्ययन में साफ हुआ कि न तो डॉक्टरों को एंटीबायोटिक से कोई आर्थिक फायदा मिल रहा है, न ही कहीं भी ओआरएस की कमी है. दरअसल, असली मसला है सोच बदलने का है. इस सोच को बदलने के लिए सिर्फ ट्रेनिंग या जागरुकता से काम नहीं चलेगा. भारत में हर साल 50 करोड़ से ज्यादा एंटीबायोटिक दवाएं प्राइवेट डॉक्टर लिखते हैं. मतलब देश की आधी आबादी को हर साल औसतन एक प्रिस्क्रिप्शन मिल जाता है. यही वजह है कि सुपरबग्स और दवा न असर करने वाली बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. कई डॉक्टरों को लगता है कि अगर वे दवा नहीं देंगे तो मरीज किसी और डॉक्टर के पास चला जाएगा. लेकिन अध्ययन में पाया गया कि एंटीबायोटिक लिखने या न लिखने से मरीज के फैसले पर कोई फर्क नहीं पड़ा.

एंटीबायोटिक के गलत इस्तेमाल से बीमारियां

एंटीबायोटिक के गलत इस्तेमाल का सबसे बुरा परिणाम यह है कि इससे आपके शरीर का बैक्टीरिया ढीठ हो जाएगा और जब आपको इन बैक्टीरिया को मारने की जरूरत होगी तो यह एंटीबायोटिक काम नहीं करेगा. इसके साथ ही एंटीबायोटिक के गलत इस्तेमाल से अनेक परेशानियां और बीमारियां हो सकती हैं. इससे पाचन संबंधी समस्याएं जैसे उल्टी, पेट में दर्द, अपच, और दस्त हो सकता है. वही एंटीबायोटिक के गलत इस्तेमाल से एलर्जिक प्रतिक्रियाएं होती है जिनमें त्वचा पर छाले, सूजन या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. गंभीर मामलों में अनाफ़िलैक्टिक शॉक हो सकता है जो जानलेवा हो सकता है. आंत में अच्छे बैक्टीरिया नष्ट हो जाने के कारण फंगल संक्रमण और डिफ़िजाइल दस्त हो सकते हैं. इससे जोड़ों, मांसपेशियों और नसों में दर्द, सुनने की समस्या, और हृदय संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं. एंटीबायोटिक्स के गलत इस्तेमाल से निमोनिया, कान का संक्रमण, साइनस संक्रमण, मेनिन्जाइटिस, त्वचा के संक्रमण और तपेदिक जैसे गंभीर संक्रमण भी हो सकते हैं. इसलिए एंटीबायोटिक्स केवल डॉक्टर की सलाह से और सही मात्रा में ही लेने चाहिए.

LAKSHMI NARAYAN

Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at Bharat.one. His role blends in-dep…और पढ़ें

Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at Bharat.one. His role blends in-dep… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

बड़ा खुलासा : डॉक्टर जानते हैं एंटीबायोटिक गलत है, फिर भी लिख देते हैं


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-doctors-deliberately-overprescribe-antibiotic-in-viral-dysentery-ws-n-9661694.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version