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Bageshwar Pindari Glacier Trek: बागेश्वर का पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक उत्तराखंड में एक रोमांचकारी अनुभव है. यह ट्रैक अप्रैल से जून माह तक खुला रहता है. ट्रेक की शुरुआत बागेश्वर से होती है और खाती गांव तक वाहन से ज…और पढ़ें
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पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक
हाइलाइट्स
- पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक अप्रैल से जून तक खुला रहता है.
- ट्रेक की शुरुआत बागेश्वर से होती है और खाती गांव तक वाहन से जाया जा सकता है.
- ट्रेकिंग की कुल लागत ₹10,000 से ₹1,00,000 तक हो सकती है.
बागेश्वर: अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं और एक अद्भुत अनुभव की तलाश में हैं, तो बागेश्वर का पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है. उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित ये ट्रेक न केवल रोमांचकारी है. बल्कि यहां के प्राकृतिक नजारे भी मन मोह लेने वाले हैं. उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी ट्रेकर इस ट्रेक के प्रति खासा आकर्षित होते हैं.
जानें कैसे करें ट्रेक
बागेश्वर के वरिष्ठ पर्वतारोही भुवन चौबे ने Bharat.one को बताया कि इस ट्रेक की शुरुआत बागेश्वर से होती है. सबसे पहले आपको बागेश्वर से खाती गांव पहुंचना होगा. जो इस ट्रेक का आखिरी गांव है. जहां तक गाड़ी से जाया जा सकता है. खाती गांव से आगे आपको पैदल यात्रा करनी होगी. पहला दिन आप बागेश्वर से खाती गांव तक 63 किमी वाहन से तय करेंगे. दूसरे दिन खाती गांव से द्वाली तक 13 किमी पैदल ट्रेक करेंगे.
वहीं, तीसरे दिन द्वाली से फुरकिया तक 5 किमी पैदल ट्रेक करना होगा. चौथा दिन फुरकिया से पिंडारी ग्लेशियर जीरो पॉइंट तक 7 किमी पैदल ट्रेक का ट्रेक करना होगा. चौथे दिन ही आप फुरकिया या द्वाली तक वापस आ सकते हैं. पांचवें दिन खाती गांव आकर आप बागेश्वर मुख्यालय वापस आ सकते हैं.
जानें कब तक खुला रहता है ट्रेक
उन्होंने बताया कि जीरो पॉइंट से पिंडारी ग्लेशियर का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है. यहां बाबा की कुटिया नामक स्थान पर कुछ समय बिताना एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है. आप चाहें तो यहां एक दिन रुक सकते हैं या फिर उसी दिन वापस लौट सकते हैं. अप्रैल महीने से जून तक ये ट्रेक खुला रहता है.
जानें ट्रेकिंग की लागत
ऐसे में आप इस ट्रेक को खुद से बुक कर सकते हैं या किसी ट्रैवल कंपनी के माध्यम से बुक कर सकते हैं. ट्रेकिंग की कुल लागत ₹10,000 से ₹1,00,000 तक हो सकती है. जो आपकी सुविधाओं और गाइड की सेवाओं पर निर्भर करती है. रहने और खाने की व्यवस्था स्थानीय ढाबों और कैंपिंग साइट्स पर उपलब्ध होती है.
ट्रेकिंग के लिए परमिशन है अनिवार्य
इस ट्रेक को करने के लिए वन विभाग से परमिशन लेना अनिवार्य है. साथ ही एक अनुभवी गाइड को साथ रखना फायदेमंद रहेगा, ताकि आप रास्ते की कठिनाइयों से बच सकें और स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकें. अगर आप एक बेहतरीन ट्रेकिंग अनुभव की तलाश में हैं, तो पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक आपकी बकेट लिस्ट में जरूर होना चाहिए. प्राकृतिक सौंदर्य और एडवेंचर का यह संगम आपको जीवनभर याद रहेगा.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-your-complete-trek-bageshwar-pindari-glacier-in-four-five-days-definitely-take-local-guide-with-you-local18-9145201.html