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गंगा के ऊपर 750 फीट लंबा पुल…क्या आपने देखा राम झूला का जादू? हर ट्रैवलर और भक्त की पहली पसंद – Uttarakhand News

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राम झूला केवल एक पुल नहीं है, बल्कि श्रद्धा, इतिहास और पर्यटन का अनोखा संगम है. यह ऋषिकेश की पहचान का प्रतीक है और लोगों के दिलों में एक खास स्थान रखता है. यहां आने वाले पर्यटक और भक्त प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक अनुभव और सांस्कृतिक आनंद का अनोखा मेल महसूस करते हैं. राम झूला आज भी गंगा के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों और भगवान राम की कथाओं के माध्यम से लोगों को जोड़ता है.

राम झूला, ऋषिकेश का एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है. गंगा नदी के ऊपर लोहे के मजबूत तारों और केबल्स से बना यह सस्पेंशन ब्रिज लगभग 750 फीट लंबा है. यह आस्था, अध्यात्म और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम माना जाता है. हर साल हजारों भक्त और पर्यटक यहां आकर गंगा दर्शन, शांत माहौल और दिव्य अनुभव का आनंद लेते हैं.

राम झूला का निर्माण साल 1986 में किया गया था. इसे उस स्थान पर बनाया गया है, जहां मान्यता है कि भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने अपने तपस्या काल के दौरान गंगा नदी को पार किया था. तीर्थयात्रियों की आवाजाही आसान करने और शहर में यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से निर्मित यह झूला मजबूत लोहे की संरचना पर आधारित है. गंगा के ऊपर बना यह सस्पेंशन ब्रिज चलते हुए यात्रियों को नदी और आसपास की वादियों का बेहद मनमोहक दृश्य भी प्रदान करता है.

राम झूला लोहे के मजबूत केबल्स और कंक्रीट पिलरों पर आधारित एक सस्पेंशन ब्रिज है. इसकी लंबाई लगभग 750 फीट और चौड़ाई करीब 3.5 मीटर है, जिससे पैदल यात्रियों को आराम से आने-जाने की पर्याप्त जगह मिलती है. यह पुल गंगा नदी के दोनों किनारों को जोड़ता है और अपनी विश्व-प्रसिद्ध सस्पेंशन डिज़ाइन के कारण इंजीनियरिंग का बेहतरीन उदाहरण माना जाता है. झूले की मजबूती और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर इसकी नियमित जांच और मरम्मत भी की जाती है.

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राम झूला सिर्फ एक पर्यटक स्थल नहीं, बल्कि गहरी धार्मिक मान्यता से जुड़ा स्थान है. माना जाता है कि यही वह जगह है जहां भगवान राम ने अपने वनवास के समय गंगा नदी को पार किया था. यही कारण है कि भक्त यहाँ ध्यान, पूजा और गंगा आरती के लिए बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. झूले के आसपास स्थित आश्रम और मंदिर इस क्षेत्र को अध्यात्मिक ऊर्जा और पवित्रता से भर देते हैं.

राम झूला पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण है, जहां से गंगा नदी का शांत प्रवाह और आसपास की हरी-भरी पहाड़ियां मन मोह लेती हैं. झूले से दिखाई देने वाला पैनोरमिक व्यू फोटोग्राफी के लिए परफेक्ट माना जाता है, इसलिए लोग यहां काफी समय बिताते हैं. खासतौर पर शाम के वक्त यहां टहलना बेहद आनंददायक होता है क्योंकि डूबते सूरज की रोशनी गंगा के पानी पर सुनहरी चमक बिखेरती है.

राम झूला की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इसकी नियमित निगरानी की जाती है. पुल को मजबूत बनाए रखने के लिए समय-समय पर केबल्स और कंक्रीट पिलर्स की जांच व मेंटेनेंस किया जाता है. तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए आसपास साफ-सुथरी सड़कें और पैदल मार्ग विकसित किए गए हैं. प्रशासन भीड़ के दौरान सुरक्षा प्रबंधन को और सख्त कर देता है, ताकि हर आगंतुक सुरक्षित और सहज अनुभव पा सके.

राम झूला केवल एक पुल नहीं, बल्कि श्रद्धा, इतिहास और पर्यटन का अद्भुत संगम है. यह ऋषिकेश की पहचान का प्रतीक माना जाता है और लोगों के दिलों में एक खास जगह रखता है. यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक वातावरण और सांस्कृतिक अनुभव का अनोखा मेल महसूस करते हैं. आज भी राम झूला गंगा के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों और भगवान राम से जुड़ी कथाओं के माध्यम से लोगों को आध्यात्मिक रूप से जोड़ता है.

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जहां भगवान राम ने पार की गंगा …राम झूला की कहानी जानें, ट्रैवलर की पहली पसंद


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