Last Updated:
सेंट जॉर्ज गर्ल्स ग्रामर स्कूल, हैदराबाद के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित बालिका विद्यालयों में से एक है. इसकी स्थापना 1834 में हुई थी और इसे हैदराबाद का पहला अंग्रेजी माध्यम का स्कूल होने का गौरव प्राप्त है. माना जाता है कि हैदराबाद में औपचारिक अंग्रेजी शिक्षा की शुरुआत भी इसी संस्थान से हुई.
हैदराबाद. सेंट जॉर्ज गर्ल्स ग्रामर स्कूल, हैदराबाद के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित बालिका विद्यालयों में से एक है. इसकी स्थापना 1834 में हुई थी और इसे हैदराबाद का पहला अंग्रेजी माध्यम का स्कूल होने का गौरव प्राप्त है. माना जाता है कि हैदराबाद में औपचारिक अंग्रेजी शिक्षा की शुरुआत भी इसी संस्थान से हुई. यह स्कूल भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससीई), नई दिल्ली से संबद्ध है.
मूल रूप से स्कूल की स्थापना चर्च ऑफ इंग्लैंड द्वारा हैदराबाद में कार्यरत ब्रिटिश सरकारी कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए की गई थी. देश की आज़ादी के बाद विद्यालय का प्रबंधन चर्च ऑफ साउथ इंडिया को सौंप दिया गया. विद्यालय परिसर में एक समृद्ध पुस्तकालय, आधुनिक विज्ञान प्रयोगशालाएं, हवादार कक्षाएं और एक विशाल खेल का मैदान है, जहां बास्केटबॉल और लंबी कूज जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं.
शैक्षणिक कार्यक्रम
विद्यालय आईसीएसई पाठ्यक्रम का फॉलो करता है और छात्राओं को अंग्रेजी, हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और गृह विज्ञान जैसे विविध विषयों में शिक्षा प्रदान करता है. स्कूल खेलों और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों पर विशेष बल देता है. इनमें एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, शतरंज, कैरम और टेबल टेनिस जैसी गतिविधियां शामिल हैं. एजुकेशनवर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग 2020-21 के अनुसार, यह स्कूल भारत के शीर्ष गर्ल्स डे स्कूलों में शामिल है जो इसकी शैक्षणिक गुणवत्ता और छात्राओं के समग्र विकास पर फोकस का प्रमाण है.
विद्यालय के प्रसिद्ध पूर्व छात्र
इसी विद्यालय में भारत कोकिला सरोजिनी नायडू, अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा, और ‘जय हिंद’ का नारा देने वाले आबिद हसन सफ़रानी जैसी महान विभूतियों ने शिक्षा प्राप्त की. इसकी आर्थिक स्थिति कोविड-19 महामारी के दौरान भी आर्थिक संकट के बावजूद स्कूल ने अपना संचालन जारी रखा और वर्तमान में केजी से लेकर बारहवीं कक्षा तक लगभग 4,500 छात्राओं को शिक्षा प्रदान कर रहा है.
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW… और पढ़ें
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/career/education-hyderabads-first-english-medium-school-local18-ws-kl-9829779.html
