Mini Thailand of India: अगर आप विदेश जाए बिना किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं जहां नेचर, शांति और ओपन स्पेस थाईलैंड जैसा एहसास दे, तो भारत में ही एक कमाल की लोकेशन मौजूद है. ज़्यादातर लोग इस जगह के नाम से भी परिचित नहीं हैं, जबकि यहां की खूबसूरती किसी इंटरनेशनल टूरिस्ट स्पॉट से कम नहीं लगती. पहाड़ों के बीच छिपी यह जगह उन यात्रियों के लिए किसी खजाने से कम नहीं है, जो भीड़ भाड़ से दूर कुछ अलग अनुभव करना चाहते हैं. यहां पहुंचते ही मोबाइल नेटवर्क कमजोर हो जाता है और मन पूरी तरह से प्रकृति से जुड़ जाता है. यही वजह है कि जो लोग यहां एक बार आ जाते हैं, वे इसे अपनी जिंदगी की सबसे सुकून भरी यात्रा मानते हैं. भारत में घूमने की बात आते ही लोग शिमला, मनाली या मसूरी का नाम लेते हैं, मगर हिमाचल प्रदेश की तीर्थन घाटी में मौजूद यह खास जगह अब भी लोगों की नजरों से दूर है. इस जगह की सबसे बड़ी खासियत इसका नेचुरल सेटअप है, जहां न कोई भारी कंस्ट्रक्शन है और न ही शोरगुल. चारों तरफ हरियाली, साफ पानी और पहाड़ों की ठंडी हवा इंसान को अंदर से हल्का महसूस कराती है. यही कारण है कि इसे लोग प्यार से “मिनी थाईलैंड” कहने लगे हैं.
कुल्ही कटंडी: मिनी थाईलैंड का असली नाम
इस जगह का असली नाम कुल्ही कटंडी है. स्थानीय लोगों के बीच यह नाम जाना पहचाना है, मगर बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए यह अब भी नया है. सोशल मीडिया पर जब यहां की तस्वीरें सामने आईं, तब लोगों को एहसास हुआ कि भारत में भी ऐसी जगह मौजूद है, जहां पानी, चट्टानें और जंगल मिलकर किसी विदेशी डेस्टिनेशन जैसा दृश्य बना देते हैं.
लोकेशन कहां है
कुल्ही कटंडी हिमाचल प्रदेश की तीर्थन घाटी में जिभी के पास स्थित है. जिभी खुद में एक शांत और सुंदर गांव है, जहां लकड़ी के घर, छोटे कैफे और घने जंगल देखने को मिलते हैं. जिभी से आगे पैदल रास्ता इस छुपी हुई जगह तक पहुंचाता है.
खूबसूरत जलधारा और जंगल
दो विशाल चट्टानों के बीच से बहती साफ जलधारा यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है. पानी इतना साफ होता है कि नीचे पड़े पत्थर साफ नजर आते हैं. चारों तरफ चीड़ और देवदार के ऊंचे पेड़ हैं, जो पूरे इलाके को ठंडा और ताजा बनाए रखते हैं. यहां बैठकर पानी की आवाज सुनना अपने आप में एक थेरेपी जैसा अनुभव देता है.

क्यों आती है थाईलैंड की याद
खुला माहौल, नीले हरे रंग का पानी और नेचर के साथ जुड़ाव लोगों को थाईलैंड की याद दिलाता है. यहां न कोई रोक टोक है और न ही भीड़, बस प्रकृति और आप. इसी वजह से इस जगह को मिनी थाईलैंड कहा जाने लगा.
यात्रा में दिखेगा प्रकृति का संगम
काई से ढके पत्थर, घने जंगल और छोटे प्राकृतिक तालाब इस जगह को और खास बना देते हैं. फोटोग्राफी पसंद करने वालों के लिए यह जगह किसी सपने से कम नहीं है.
पास के प्रमुख आकर्षण
अगर आप यहां तक आए हैं, तो ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, सेरोलसर झील और छोई झरना भी अपनी ट्रैवल लिस्ट में शामिल कर सकते हैं. ये सभी जगहें इस इलाके की खूबसूरती को और बढ़ा देती हैं.
ध्यान रखने वाली बात
कुल्ही कटंडी तक किसी वाहन से नहीं पहुंचा जा सकता. यहां जाने के लिए पैदल ट्रैक करना पड़ता है, जो इस जगह को और भी खास बना देता है. आरामदायक जूते पहनना और हल्का सामान रखना समझदारी होगी.
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