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कुंडली के ग्रह बताते हैं किस उम्र में होगा भाग्योदय और कब चमकेगी किस्मत, जानें क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र

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Grahon ka Bhagyoday Varsh: ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति को प्राप्त होने वाले फल कई पक्षों पर निर्भर करते हैं. इनमें सबसे अधिक सुना जाने वाला पक्ष महादशा का होता है, लेकिन एक और महत्वपूर्ण पक्ष है जो व्यक्ति को बहुत प्रभावशाली परिणाम देता है और वह है ग्रहों का भाग्योदय वर्ष. मतलब वह समय जब ग्रह पूर्ण फल देने के लिए सक्रिय होते हैं. हालांकि इसमें भी महादशाओं और गोचर की विशेष भूमिका होती है. जब ग्रह का भाग्योदय वर्ष, महादशा और गोचर तीनों एक साथ सक्रिय होते हैं तभी ग्रह अपने शत-प्रतिशत फल प्रदान करते हैं. इस बारे में बता रहे हैं भोपाल स्थित ज्योतिषाचार्य रवि पाराशर.

यह भाग्य वर्ष आमतौर पर ग्रहों के स्वतंत्र प्रभाव को दर्शाते हैं, लेकिन पत्रिका में ग्रहों के स्वामित्व, स्थिति और युति (संयोग) का भी इसमें बेहद महत्वपूर्ण योगदान होता है. दूसरे शब्दों में कहें तो पत्रिका में ग्रह कैसे और किस रूप में कार्य कर रहा है इस पर परिणाम बहुत हद तक निर्भर करते हैं.

अगर किसी ग्रह की भूमिका सकारात्मक और रचनात्मक है तो वह वर्ष जीवन में एक नई दिशा और अवसर प्रदान कर सकता है. वहीं, अगर ग्रह की भूमिका नकारात्मक और बाधा देने वाली है, तो वही समय नए संघर्षों और रुकावटों का कारण भी बन सकता है. लेकिन इसे सही तरह से समझने के लिए कुंडली का किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से विश्लेषण कराना बेहद आवश्यक है.

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ग्रहों के भाग्योदय को हम अपने जीवन की घटनाओं से भी जोड़कर देख सकते हैं.

गुरु का भाग्योदय वर्ष लगभग 16वां वर्ष माना जाता है, जब व्यक्ति उच्च शिक्षा के लिए तैयार होता है और जीवन को लेकर गंभीर सोच विकसित होने लगती है.

सूर्य का भाग्योदय वर्ष व्यक्ति के 21 से 22वें वर्ष में आता है, जब उसमें आत्मनिर्णय की भावना विकसित होने लगती है और वह जीवन की कमान अपने हाथों में लेने को तैयार होता है.

चंद्रमा का भाग्योदय वर्ष 23 से 24 वर्ष का होता है.

शुक्र का 25वां वर्ष.

मंगल का 28वां वर्ष

बुध का 32वां से 33वां वर्ष.

शनि का 36 से 38वां वर्ष.

राहु का 42 से 48 वर्ष.

केतु का 48 से 50 वर्ष.

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अगर ग्रह का भाग्योदय वर्ष, महादशा और गोचर तीनों एक साथ सक्रिय होते हैं तो ये व्यक्ति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं.


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https://hindi.news18.com/news/astro/astro-tips-planetary-fortune-new-direction-and-opportunities-in-life-grahon-ka-bhagyoday-varsh-kab-hota-hai-9153442.html

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