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Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र पहनने के साथ-साथ पीले रंग के फूल अर्पित करना और पीले रंग के व्यंजन बनाना भी शुभ माना जाता है. इस दिन देवी सरस्वती की पूजा करना और उनसे ज्ञान और विद्या का आशीर…और पढ़ें

बसंत पंचमी 2025
Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. यह त्योहार ज्ञान, विद्या और कला की देवी सरस्वती को समर्पित है. इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व होता है. पंडित अनिल शर्मा बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र पहनने के महत्व के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
पीले रंग का महत्व
ज्ञान और विद्या: पीला रंग ज्ञान और विद्या का प्रतीक है. देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी माना जाता है, इसलिए इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व होता है.
बसंत ऋतु: पीला रंग बसंत ऋतु का भी प्रतीक है. बसंत ऋतु में प्रकृति पीली और हरी हो जाती है. खेत सरसों के पीले फूलों से भर जाते हैं.
सकारात्मकता और ऊर्जा: पीला रंग सकारात्मकता और ऊर्जा का भी प्रतीक है. यह रंग खुशी, उत्साह और आशा का प्रतीक है.
बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र क्यों पहनते हैं?
बसंत पंचमी के दिन पीले वस्त्र पहनने के कई कारण हैं.
देवी सरस्वती को समर्पित: यह दिन देवी सरस्वती को समर्पित है और पीला रंग देवी सरस्वती का प्रिय रंग है. इसलिए इस दिन पीले वस्त्र पहनकर देवी सरस्वती को प्रसन्न किया जाता है.
बसंत ऋतु का स्वागत: बसंत ऋतु का स्वागत करने के लिए भी पीले वस्त्र पहने जाते हैं. यह रंग बसंत ऋतु की सुंदरता और ताजगी का प्रतीक है.
सकारात्मक ऊर्जा का संचार: पीले रंग के वस्त्र पहनने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह रंग मन को शांत और प्रसन्न रखता है.
मां सरस्वती की पूजा
इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है और उन्हें पीले भोग के साथ पीला वस्त्र अर्पित किए जाते हैं. माता को पीला रंग अति प्रिय है.
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो ज्ञान, विद्या और कला के महत्व को दर्शाता है. यह त्योहार हमें प्रकृति के प्रति सम्मान और प्रेम का संदेश देता है. इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व होता है जो ज्ञान सकारात्मकता और ऊर्जा का प्रतीक है.
January 30, 2025, 15:32 IST
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