Last Updated:
Astrology Yog For Poet : यदि आपकी कुंडली मे मालव्य योग, शश योग, गजकेशरी योग, बुध का भद्र योग, बुध-गुरु, बुध-शुक्र, गुरु-शुक्र या बुध-चंद्र की युति, गजकेसरी, बुधादित्य, हंस, भद्र महापुरुष योग मौजूद है तो आप एक अ…और पढ़ें

Astrology Yog For Poet : वृष लग्न अथवा तुला लग्न की कुण्डली शुक्र एवं बुध की युति दशम अथवा पंचम में भाव में हो तो व्यक्ति अभिनय की दुनियां में ख्याति प्राप्त कर सकता है. पंचम भाव जिसे मनोरंजन भाव कहते हैं उस पर लग्नेश की दृष्टि हो साथ ही शुक्र या गुरू भी उसे देखते हों तो व्यक्ति अभिनय की दुनियां में अपना कैरियर बना सकता है. शुक्र, बुध एवं लग्नेश जिस व्यक्ति की कुण्डली में केन्द्र भाव में बैठे हों उन्हें कला जगत में कामयाबी मिलने की अच्छी संभावना रहती है. तृतीय भाव का स्वामी शुक्र के साथ युति सम्बन्ध बनाता है तो व्यक्ति कलाकर बना सकता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, कुंडली में सरस्वती योग बनने पर जातक प्रसिद्ध कवि बन सकता है. यह योग बुध, शुक्र, और बृहस्पति ग्रह के एक साथ या एक-दूसरे के साथ केंद्र, त्रिकोण, या द्वितीय भाव में बैठने से बनता है.
सरस्वती योग के बारे में ज़्यादा जानकारी: सरस्वती योग वाले जातक प्रखर वक्ता, सुप्रसिद्ध कवि, अधिवक्ता, लेखक, और उच्च कोटि के विद्वान होते हैं. सरस्वती योग वाले जातक त्वरित बुद्धि वाले और गहरे ज्ञान वाले होते हैं.सरस्वती योग वाले जातक कलात्मक गुणों से संपन्न होते हैं.
कलाकार बनने के योग कुण्डली में : कला जगत में नाम, शोहरत एवं पैसा है, इस कारण से लोगों कला जगत में अपनी किस्मत आजमाने की कोशिश करते हैं. परंतु, सच यह है कि किसे किस क्षेत्र में सफलता मिलेगी वह ईश्वर पहले से तय करके धरती पर भेजता है. कला जगत में भी कई काम हैं जैसे अभिनय, गायन, नृत्य, लेखन आदि. कौन व्यक्ति अभिनेता बन सकता है कौन गीतकार तथा कौन गायक यह उस व्यक्ति की कुण्डली से ज्ञात किया जा सकता है. जिस व्यक्ति की कुण्डली में जो योग मजबूत होगा कला के उस क्षेत्र में व्यक्ति के सफल होने की उतनी ही अधिक संभावना रहेगी.
कला जगत में सफलता दिलाने वाले ग्रह : ज्योतिषशास्त्र में शुक्र को कला एवं सौंदर्य का कारक माना जाता है. शुक्र से ही संगीत, नृत्य, अभिनय की योग्यता आती है. शुक्र के द्वारा रुप सौदर्य से और अपनी भाव भंगिमाओं से ही एक कलाकार अच्छे अभिनय को जन्म दे सकता है. बुध बुद्धि और वाणी का प्रभाव देता है. एक प्रभावशाली रुप से बोले गए संवाद से दूसरों के मन में जातक अपनी पहचान को स्थापित कर पाएगा. कला जगत में कामयाबी के लिए इन तीनों ग्रहों का शुभ एवं मजबूत होना बहुत ही आवश्यक है. चंद्रमा को कला के क्षेत्र में काम करने की अभिरुचि देने वाला कहा गया है. क्योंकि सिनेमा जगत में कलाकार के साथ सफलता और असफलता बनी ही रहती है ऐसे में इस स्थिति का सामना वही कर सकता है जिसका मन मजबूत हो. अगर जातक का मन कमजोर हुआ तो वह जल्द ही हार मान जाएगा और उस स्थान से लौट आएगा. इस लिए शुक्र, बुध, चंद्रमा का सहयोग कला के क्षेत्र में आपके लिए बहुत सहायक बनता है.
अभिनय तथा गायन में वाणी प्रमुख होता है. वाणी का भाव दूसरा भाव होता है. पांचवां भाव मनोरंजन स्थान होता है. इन दोनों भावों के साथ ही साथ दशम भाव जो आजीविका का भाव माना जाता है इन सभी से यह आंकलन किया जाता है कि कोई व्यक्ति कलाकार बनेगा या नहीं अथवा कला के किस क्षेत्र में उसे अधिक सफलता मिलेगी. लग्न तथा लग्नेश भी इस विषय में काफी प्रमुख माने जाते हैं.
एक्टिंग के लिए लग्न और उसका प्रभाव : जातक का लग्न व लग्नेश अत्यधिक बली होना चाहिए. लग्न के मजबूत होने के कारण ही जातक अपने काम में कितना मजबूती से आगे बढ़ सकता है, क्या उसके व्यक्तित्व में वो छाप है जो उसे दूसरों से अलग दिखा सके, उसके द्वारा की गई एक्टिंग को लोग हमेशा याद रख पाएं. इन बातों को समझने के लिए लग्न और लग्नेश की स्थिति देखनी अत्यंत आवश्यक होती है. जातक के लग्न और लग्नेश के मजबूत होने पर व्यक्ति के भीतर कार्य करने की उत्सुकता आती है और उसका लगाव अपने क्षेत्र से कितना होगा, इसे समझने के लिए भी हमे लग्न और लग्नेश की स्थिति को देखना ज़रुरी होता है.
January 27, 2025, 14:02 IST
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/dharm/janam-kundali-yog-for-poet-these-horoscope-yogas-make-person-to-great-poetry-know-the-details-here-8951272.html