Jupiter In 6th House: जन्मपत्री में छठा भाव ऐसा घर माना जाता है जो आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाले संघर्ष, काम का बोझ, नौकरी, हेल्थ, कर्ज और कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों को दिखाता है. इस भाव को बहुत संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि यहां ग्रहों का असर इंसान की लाइफ को सीधा छूता है-कभी कामयाबी मिलती है, तो कभी अचानक मुश्किलें सामने खड़ी हो जाती हैं. ऐसे में जब इस भाव में बृहस्पति जैसा बड़ा और शुभ ग्रह बैठता है तो इसके प्रभाव बेहद दिलचस्प हो जाते हैं. बृहस्पति ज्ञान, समझ, भरोसा, ग्रोथ और अच्छे कर्मों का कारक होता है. यह जहां भी बैठता है, वहां अपनी सकारात्मक ऊर्जा जरूर छोड़ता है, लेकिन अगर घर की स्थिति ठीक न हो, या बृहस्पति कमजोर हो जाए, तो इसके उल्टे असर भी देखने को मिलते हैं. छठे भाव में बृहस्पति का बैठना एक ऐसा योग बनाता है जिसे समझना जरूरी है, क्योंकि ये आपके करियर, हेल्थ, ऑफिस लाइफ, सोशल सर्कल और विरोधियों के व्यवहार तक को प्रभावित करता है. कई लोग सोचते हैं कि छठा भाव होने के कारण बृहस्पति कमजोर पड़ जाता है, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता. असल फर्क इस बात पर पड़ता है कि कुंडली में बाकी ग्रह कैसे हैं, बृहस्पति किस राशि में है और उसकी दृष्टि किन घरों पर पड़ रही है. यह ग्रह अगर मजबूत हो, तो दुश्मन भी दोस्त जैसे बर्ताव करने लगते हैं और काम में अचानक बढ़ोत्तरी दिखती है, लेकिन अगर कमजोर हो जाए, तो हल्की-सी गलती भी बड़ी परेशानी खड़ी कर देती है.
इसलिए इस आर्टिकल में आप जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह से बृहस्पति के सकारात्मक प्रभाव, इसके नकारात्मक असर और ऐसे आसान उपाय जो आपकी लाइफ को बेहतर बना सकते हैं.
छठे भाव में बृहस्पति के सकारात्मक असर
1. दुश्मन खुद पीछे हट जाते हैं
बृहस्पति यहां बैठकर विरोधियों की चाल कमजोर कर देता है. आपके खिलाफ कोई भी गलत प्लान लंबे समय तक टिक नहीं पाता.
2. नौकरी और ऑफिस में सम्मान बढ़ता है
अगर बृहस्पति मजबूत हो, तो बॉस या सीनियर्स के साथ रिश्ते बेहतर रहते हैं. काम में ग्रोथ मिलती है, अचानक प्रमोशन या नई जिम्मेदारी भी मिल सकती है.
3. हेल्थ में सुधार और मन में पॉजिटिव सोच
छठा भाव हेल्थ से जुड़ा होता है, और बृहस्पति यहां बैठकर बीमारी से जल्दी उभरने की ताकत देता है. मानसिक स्ट्रेस भी कम होता है.
4. कर्ज या लोन से राहत
ऐसे लोग कर्ज लेना कम पसंद करते हैं, अगर कभी लेना भी पड़े तो जल्दी चुकाने की क्षमता रहती है. पैसा अटका हुआ हो तो धीरे-धीरे वापस मिलने लगता है.
5. कानूनी मामलों में जीत
कोर्ट-कचहरी वाले मामले लंबे न खिंचें, इसमें भी बृहस्पति मदद करता है. सच का साथ मिलता है और फालतू मामलों से राहत मिलती है.

छठे भाव में बृहस्पति के नकारात्मक असर
1. बहुत भरोसा करना नुकसान दे सकता है
कुछ लोगों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करके आप नुकसान उठा सकते हैं.
2. हेल्थ के छोटे-छोटे मुद्दे बार-बार परेशान करते हैं
जैसे गैस, वजन बढ़ना, थकान, और इम्यूनिटी कमजोर होना. ये चीजें खुद बड़ी न लगें, पर लाइफ को धीमा कर देती हैं.
3. ऑफिस पोलिटिक्स में फंसने का खतरा
अगर बृहस्पति कमजोर हो, तो लोग आपके खिलाफ बातें कर सकते हैं. खुद की मेहनत का पूरा फल नहीं मिलता.
4. कर्ज बढ़ सकता है
गलत जगह पैसा फंस सकता है या उधार देने पर पैसा देर से लौट सकता है.
5. अचानक खर्च बढ़ना
घर, हेल्थ या लीगल कामों में ऐसे खर्च आ सकते हैं जो प्लान में ही नहीं थे.
छठे भाव में बृहस्पति के असर को अच्छे से संभालने के आसान उपाय
-गुरुवार को पीला कपड़ा पहनें या पीली चीजें साथ रखें
यह बृहस्पति की ऊर्जा को मजबूत करता है.
-पीली दाल या हलवा ज़रूरतमंदों को खिलाएं
दान करने से ग्रह शांत होते हैं और नेगेटिविटी कम होती है.
-हर गुरुवार माता-पिता का आशीर्वाद जरूर लें
यह बहुत प्रभावी उपाय होता है.
-गुरुवार को घर में पूजा या ध्यान करें
घर में पॉजिटिव वाइब बढ़ती है और मन शांत रहता है.
-बृहस्पति के मंत्र “ॐ बृं बृहस्पतये नम:” का जाप करें
रोज 11 बार भी कर लें तो फर्क दिखने लगता है.
-ज्यादा से ज्यादा अच्छे कर्म करें
किसी की मदद करना, गलत बात से बचना-ये सब बृहस्पति को तुरंत मजबूत करते हैं.
-हल्का पीला या गोल्ड रंग घर या ऑफिस में रखें
ये रंग बृहस्पति की ऊर्जा को एक्टिव करता है.
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