Jupiter In 1st House: ज्योतिष में बृहस्पति को हमेशा एक ऐसा ग्रह माना जाता है जो किसी भी इंसान की किस्मत, सोच और रिश्तों पर सीधा असर डालता है. इसे गुरु भी कहा जाता है, इसलिए जब ये ग्रह जन्म कुंडली के पहले भाव में आकर बैठता है, तो इंसान की पूरी जिंदगी का टोन बदल जाता है. पहला भाव खुद को दिखाता है-आप कैसे दिखते हैं, कैसे सोचते हैं, दूसरों के सामने आपकी पहचान कैसी है और आपका आत्मविश्वास कितना मजबूत है. ऐसे में यहां बैठा बृहस्पति कई बार ज़िंदगी में बड़ा उठाव देता है, लेकिन कुछ हालात में मुश्किलें भी बढ़ा देता है. कई लोग मानते हैं कि पहले भाव में बृहस्पति होना बेहद शुभ होता है, पर सच ये है कि इसका असर आपकी कुंडली के बाकी ग्रहों पर भी निर्भर करता है, अगर बृहस्पति मजबूत हो, तो इंसान समझदार, दयालु, पॉजिटिव सोच वाला और समाज में इज्जत पाने वाला बन जाता है. वहीं कमजोर या खराब दशा वाला बृहस्पति बने-बनाए काम बिगाड़ सकता है, गलत भरोसा दिला सकता है और रिश्तों में उलझन पैदा कर सकता है. इस आर्टिकल में हम आसान भाषा में समझेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह से कि बृहस्पति पहले भाव में होने पर कौन-कौन से अच्छे और बुरे फल देता है, किस तरह की चुनौतियं सामने आ सकती हैं और कौन से उपाय करके बुरा असर कम किया जा सकता है, अगर आपकी कुंडली में भी बृहस्पति लग्न में है, तो ये जानकारी आपके काफी काम आने वाली है.
पहले भाव में बृहस्पति के सकारात्मक प्रभाव
1. आत्मविश्वास और पॉजिटिव सोच बढ़ती है
पहले भाव में बृहस्पति आते ही इंसान का नजरिया बदल जाता है. ऐसे लोग हर हाल में उम्मीद बनाए रखते हैं और मुश्किल दौर में भी जल्दी टूटते नहीं हैं.
2. अच्छी किस्मत साथ देती है
खासकर करियर और पैसों में ऐसे लोग कई बार बिना मेहनत के भी मौके पा लेते हैं. भाग्य बार-बार साथ देता है और जीवन में अचानक तरक्की की स्थिति बनती है.
3. समझदारी और सीखने की चाह बढ़ती है
ये लोग चीज़ों को जल्दी समझते हैं, पढ़ाई में अच्छे होते हैं और आध्यात्मिक चीज़ों की तरफ भी खिंचाव रखते हैं. कई बार ये दूसरों के लिए गाइड बन जाते हैं.
4. चेहरे पर चमक और आकर्षण बढ़ता है
बृहस्पति लग्न में हो तो चेहरे पर एक अलग ही चमक दिखती है. लोग ऐसे व्यक्ति पर जल्दी भरोसा कर लेते हैं और उनकी मौजूदगी से माहौल हल्का और पॉजिटिव लगता है.
5. शादीशुदा जिंदगी आमतौर पर बेहतर रहती है
शादी, रिश्ते और परिवार में स्थिरता आती है. ऐसा इंसान रिश्तों को संभालना जानता है और अपने पार्टनर की भावनाओं का ध्यान रखता है.

पहले भाव में बृहस्पति के नकारात्मक प्रभाव
1. जरूरत से ज्यादा भरोसा करना
कभी-कभी ऐसे लोग किसी पर भी जल्दी भरोसा कर लेते हैं और इसी चक्कर में नुकसान भी झेल लेते हैं.
2. ढीला रवैया और आलस बढ़ना
कुछ मामलों में बृहस्पति इंसान को लापरवाह बना देता है. काम को टालना, जल्दी ठहर जाना या ज्यादा आराम पसंद करना आम बात हो जाती है.
3. वजन बढ़ने की दिक्कत
लग्न बृहस्पति वाले लोगों में मोटापा बहुत आम है. खाने-पीने की आदतें भी हल्की लापरवाह रहती हैं.
4. गलत सलाह पर चलने की आदत
बृहस्पति खराब हो तो इंसान गलत लोगों की बातों में जल्दी आ जाता है. इससे करियर और रिश्ते दोनों बिगड़ सकते हैं.
5. ओवरकॉन्फिडेंस नुकसान कर सकता है
अति-आत्मविश्वास के कारण कई बार इंसान ऐसा काम उठाता है जिसमें वह अटक जाता है.
पहले भाव में बृहस्पति के उपाय
1. गुरुवार को पीला कपड़ा पहनें
गुरुवार बृहस्पति का दिन है, इसलिए इस दिन हल्का पीला कपड़ा पहनने से ग्रह का असर बेहतर होता है.
2. पीली दाल ज़रूरतमंदों को दें
हर गुरुवार को पीली दाल का दान बृहस्पति को मजबूत बनाता है और जीवन में रुकावटें कम करता है.
3. केसर या हल्दी का टीका लगाएं
सुबह माथे पर हल्का सा केसर या हल्दी का टीका लगाने से मन शांत रहता है और किस्मत भी साथ देने लगती है.
4. माता-पिता और गुरुओं का सम्मान करें
बृहस्पति ज्ञान का ग्रह है. बुजुर्गों और शिक्षकों को सम्मान देना इस ग्रह को मजबूत करने का सबसे आसान तरीका है.
5. गुरुवार को नमक न खाएं
अगर आप चाहें तो हफ्ते में एक दिन नमक छोड़ दें. इससे मन हल्का रहता है और ग्रहों की स्थिति भी बेहतर होती है.
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