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आजमगढ़ का यह मंदिर, जिसे देख लगे जैसे दक्षिण भारत में आ गए हों! भव्यता ऐसी कि हर कोई रह जाए हैरान

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आजमगढ़ के बिलरियागंज रोड पर स्थित भव्य मंदिर अपनी सुंदर आकृति और कलात्मक शैली के लिए प्रसिद्ध है. 2008 में निर्मित इस मंदिर का डिजाइन कोलकाता के कलाकारों ने तैयार किया है.

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भोलेनाथ का मंदिर.

हाइलाइट्स

  • आजमगढ़ का मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित है.
  • मंदिर में सुबह-शाम आरती और पूजन होता है.
  • शिवरात्रि पर हजारों श्रद्धालु यहां एकत्रित होते हैं.

आजमगढ़: आजमगढ़ में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जो पौराणिक और ऐतिहासिक रूप से विशेष महत्व रखते हैं. कुछ स्थल रामायण काल से जुड़े हुए हैं और आज भी उस युग के प्रमाणों को संजोए हुए हैं. वहीं, कुछ धार्मिक स्थल भारत के पौराणिक इतिहास की झलक पेश करते हैं. जिले में ऐसे कई मंदिर भी हैं, जो ऐतिहासिक या पौराणिक दृष्टि से भले ही विशेष महत्व न रखते हों, लेकिन अपनी कलाकृति और भव्यता के कारण प्रसिद्ध हैं. लोग इन मंदिरों की सुंदरता और वास्तुकला को देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं. आज हम आपको आजमगढ़ के एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताएंगे, जो अपनी भव्यता और आकर्षक स्थापत्य शैली के लिए जाना जाता है.

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बीच स्थित अनोखा मंदिर
आजमगढ़ के बिलरियागंज रोड पर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के दोनों लेनों के बीच में यह भव्य मंदिर स्थित है. यह मंदिर अपनी सुंदर आकृति और कलात्मक शैली के कारण जिले के सबसे खास मंदिरों में से एक माना जाता है. भगवान भोलेनाथ, राधा रानी और भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर में न केवल भक्त पूजा-अर्चना के लिए आते हैं, बल्कि इसकी अद्भुत वास्तुकला को देखने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं.

कोलकाता के कलाकारों ने दिया सुंदर रूप
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण साल 2008 में पूरा हुआ था. तब से लेकर आज तक यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है. यह मंदिर अपनी अनोखी संरचना और कलात्मक शैली के कारण खास पहचान रखता है. मंदिर के पुजारी के अनुसार, इसका डिजाइन कोलकाता के कुशल कलाकारों द्वारा तैयार किया गया है.

दक्षिण भारतीय मंदिरों की झलक लिए है यह मंदिर
इस मंदिर को दक्षिण भारत के पौराणिक मंदिरों के प्रारूप और शैली में निर्मित किया गया है, जिससे यह अत्यंत भव्य और आकर्षक दिखता है. यहां सुबह-शाम आरती और पूजन होता है, जिससे भक्तों का मन भक्तिमय वातावरण में रम जाता है. खासकर शिवरात्रि के अवसर पर यहां हजारों श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए एकत्रित होते हैं.
आजमगढ़ का यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी अद्भुत कलाकृति इसे जिले के सबसे खूबसूरत धार्मिक स्थलों में शामिल करती है.

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