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Vaishakh Month 2025: हिंदू धर्म में वैशाख माह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण, विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है. उज्जैन के आचार्य से जानें इस माह में तुलसी के अचूक वपय.
वैशाख माह तुलसी उपाय
हाइलाइट्स
- वैशाख माह में तुलसी की पूजा से सुख-समृद्धि मिलती है.
- तुलसी की 5 पत्तियां लेकर पीपल की 5 बार परिक्रमा करें.
- तुलसी के पास घी का दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है.
उज्जैन. हिन्दू धर्म में वैशाख महीने का महत्व है. इस माह में भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस महीने में पूजा करने से जीवन सुखमय रहता है. इसके अलावा इस माह में स्नान-दान का भी विशेष महत्व है. इस महीने मे अगर भगवान हरि विष्णु को प्रसन्न करने के लिए तुलसी के कुछ अचूक उपाय कर लिए जाए,तो साल भर लक्ष्मी, नारायण की कृपा बनी रहेगी. आइए उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज से जानते हैं तुसली के अचूक उपाय.
वैशाख माह का महत्व
वैशाख माह का संबंध विशाखा नक्षत्र से होता हैं. इसलिए इसे वैशाख माह कहा जाता है. विशाखा नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति और देवराज इंद्र हैं. इस कारण इस महीने में स्नान-दान, व्रत और पूजा-पाठ का विधान है. धार्मिक मान्यता है कि वैशाख महीने में किए गए, दान से मिलने वाला पुण्य कभी समाप्त नहीं होता है.
जरूर करें तुलसी से जुड़े यह उपाय
तुलसी की पत्ति – स्कंद पुराण के अनुसार, वैशाख माह में तुलसी की 5 पत्तियां लेकर पीपल के पेड़ की 5 बार परिक्रमा करें. ऐसा करने से व्यक्ति को बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है. साथ ही व्यक्ति को जीवन के सभी प्रकार के कष्टों से भी मुक्ति मिलती है. इसके अलावा घर में धन-दौलत बढ़ती है.
घी का दीपक – मान्यता है कि वैशाख माह में तुलसी की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है. साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बना रहता है.ऐसे में वैशाख माह में तुलसी के पास शाम के समय आटे का दीया जलाया जाए और उसमें घी की बाती रखी जाए, तो इससे मां तुलसी बहुत प्रसन्न होती हैं.
आर्थिक तंगी – अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान है तो फिर वैशाख के महीने में तुलसी के पत्ते को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखना चाहिए ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है साथ ही धन लाभ की योग बनते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.