मां कालिका मंदिर के पुजारी देवेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि इस मंदिर का गौरवशाली इतिहास है. यह मंदिर क्षेत्र में लोगों के बीच आस्था का प्रतीक है. मां के चरणों में शीश झुकाने वाले कभी मायूस नहीं लौटते हैं. यहां प्रतिमा अत्यंत चमत्कारी है, जो दो बार दिन में अपना रंग व स्वरूप बदलती है. वहीं माता के नीर में श्रद्धालुओं की हर समस्या का निवारण रहता है.