ओम प्रयास /हरिद्वार: पौष मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मार्तण्ड सप्तमी का व्रत करने से कई चमत्कारी लाभ मिलते हैं. मार्तण्ड सप्तमी का दिन सूर्य देव को समर्पित तिथि है. इस दिन सूर्य देव की पूजा अर्चना और व्रत विधि विधान से करने पर सभी रोगों से मुक्ति, सुख समृद्धि, धन धान्य की प्राप्ति होती है. पौष मास में होने वाला मार्तण्ड सप्तमी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. सूर्य देव की उपासना, मंत्रों का जाप ब्रह्म मुहूर्त के बाद उषा काल में पवित्र मन और श्रद्धा भक्ति भाव से करने पर संपूर्ण फल प्राप्त होता है. मार्तण्ड सप्तमी के दिन ही सूर्य देव का जन्म होने का वर्णन हिंदू धार्मिक ग्रंथो में किया गया है.
मार्तण्ड सप्तमी के व्रत की ज्यादा जानकारी Bharat.one को देते हुए हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि पौष मास में सूर्य देव को समर्पित मार्तण्ड सप्तमी का व्रत करने से चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं. इस दिन सूर्य देव का जन्मोत्सव मनाया जाता है. सूर्य देव रोगों के स्वामी हैं. इसलिए मार्तण्ड सप्तमी का व्रत करने और उषा काल में उगते सूर्य को ताम्र पात्र से जल देने पर सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है. वहीं आंख के रोग भी खत्म होने की धार्मिक मान्यता है. सप्तमी का व्रत करने से सभी रोगों से मुक्ति मिलने के साथ ही सुख समृद्धि, खुशहाली का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साल 2025 में पौष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि का व्रत 6 जनवरी को होगा. पौष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 5 जनवरी की रात 8:16 PM से शुरू होकर 6 जनवरी की शाम 6:23 PM तक रहेगी.
सूर्य को जल देने से मिलेगा अक्षय फल
वह बताते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करके सूर्य देव को तांबे के लोटे से जल देना बेहद ही शुभ होता है. सूर्य देव को जल देने के साथ उनके मंत्रों का उच्चारण करने के बाद मार्तण्ड सप्तमी के व्रत का संकल्प लें. इस दिन सूर्य देव के निमित्त दान और गोदान करने से अक्षय फल प्राप्त होता है. पुराणों के अनुसार पौष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन सूर्य देव ने देवताओं की रक्षा करने के लिए जन्म लिया था इसलिए इस दिन सूर्य देव की पूजा अर्चना, व्रत और दान करने से अक्षय फल प्राप्त होता है.
Note: मार्तण्ड सप्तमी के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर 9557125411 और 9997509443 पर संपर्क कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : January 3, 2025, 14:19 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.