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Remedies For Purnima : अगर घर-परिवार में गृह क्लेश या तनाव की स्थिति बनी हुई हो, तो पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन सफेद चंदन का तिलक लगाने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और घर में शांति, सौहार्द और सकारात्मक वातावरण स्थापित होता है.
दरअसल, हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन लोग गंगा में स्नान करते हैं. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि 4 दिसंबर को है. अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि पूर्णिमा तिथि के दिन कुछ खास उपाय करने से ग्रह कलेश से मुक्ति मिलती है. धन आगमन के मार्ग प्रशस्त होते हैं और हर क्षेत्र में उन्नति होती है.
अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम के अनुसार, पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 4 दिसंबर को सुबह 8:37 बजे होगी और इसका समापन 5 दिसंबर की सुबह 4:43 बजे होगा. इस दौरान स्नान-दान का शुभ मुहूर्त 5 दिसंबर की भोर में सुबह 5:10 से 6:07 बजे तक रहेगा.
पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के निमित्त व्रत रखा जाता है. विधि विधान से पूजा आराधना की जाती है. इस दिन अगर आप शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाते हैं तो ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. इस उपाय से जीवन में सफलता के रास्ते खुल सकते हैं.
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पूर्णिमा तिथि पर माता लक्ष्मी की पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है. इस दिन लाल रंग के फूल माता रानी को अर्पित करना चाहिए और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना विशेष फलदायी होता है. ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, धन लाभ के योग बनते हैं और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलने की मान्यता है.
अगर घर-परिवार में गृह क्लेश या तनाव की स्थिति बनी हुई हो, तो पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन सफेद चंदन का तिलक लगाने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है और घर में शांति, सौहार्द और सकारात्मक वातावरण स्थापित होता है.
