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चाणक्य नीति: दुश्मनों को दोस्त बनाने के उपाय

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आचार्य चाणक्य ने अपनी सोच-विचार को अपने जीवन जीने का सिद्धांत बनाया था और इन्हीं सिद्धांतों को आगे चलकर उन्होंने चाणक्य नीति में तब्दील कर दिया. कुछ लोग आज भी उनके द्वारा बताई गई नीतियों का पालन किया गया था.

चाणक्य नीति: अपने दुश्मनों के साथ करें ऐसा व्यवहार, बन जाएंगे दोस्त

अपने दुश्मनों के साथ करें ऐसा व्यवहार, बन जाएंगे दोस्त, आचार्य चाणक्य ने बताई ये बड़ी बात

हाइलाइट्स

  • आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी मार्गदर्शन करती हैं.
  • दुश्मनों से प्यार से बात करें, मीठे वचन बोलें.
  • शत्रुता रखने से हानि हो सकती है, अच्छे व्यवहार से दुश्मनों को दोस्त बनाएं.

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य एक महान आर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ माने जाते हैं. उनकी नीतियां आज भी लोगों के जीवन में मार्गदर्शन करते हैं. बताया जाता है कि आचार्य चाणक्य अपने समय में एक कुशल सलाहकार के रूप में प्रसिद्ध थे, उन्होंने अपनी इन्हीं कुशलता से कई लोगों का जीवन सफल बनाया है.

बता दें कि आचार्य चाणक्य द्वारा चाणक्य नीति की रचना की गई थी, जिसके सूत्र आज भी काफी प्रचलित हैं. वहीं चाणक्य नीति में कुछ ऐसी भी बाते हैं जो कि आपके दुश्मनों को भी अपना बना सकत हैं. तो आइए चाणक्य के अनुसार जानते हैं कि कैसे अपने दुश्मन को अपना दोस्त बना सकते हैं.

इस प्रकार से है चाणक्य नीति

यस्य चाप्रियमिच्छेत तस्य ब्रूधात् सदा प्रियम्। व्याधो मृगवधं कर्तुं गीतं गायति सुस्वरम्।।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में एक श्लोक के माध्यम से यह संदेश देते हैं कि अगर कोई व्यक्ति आपका दुश्मन है या फिर आपके प्रति कुछ बुरी भावना रखता है तो ऐसे लोगों से दुश्मनी मोल ना लें बल्कि उनसे प्यार से बात करें और उनके प्रति अपनी बोली को मीठा बनाए रखें.

चाणक्य नीति कहती है कि जिस प्रकार जंगल में एक शिकारी हिरण को पाने के लिए मीठे-मीठे स्वर निकालता है उसी प्रकार जब हिरण उन स्वरों से मंत्रमुग्ध हो जाता है, तो वह शिकारी के शिकंजे में कस जाता है. उसी प्रकार किसी को अपना बनाने के लिए उससे मीठे वचन बोलना बेहद जरुरी होता है. क्योंकि अगर कोई आपका बुरा करना चाहता है तो आपके अच्छा बोलने से उसका दिल कभी ना कभी तो आपके प्रति बदल जाएगा.

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शत्रुता रखने से पहुंच सकती है हानि
चाणक्य यहां पर यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कभी भी किसी से शत्रुता नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि शत्रुता रखने से वे कभी भी किसी भी तरह से आपको हानि पहुंचा सकते हैं. इसलिए अपने शत्रुओं को हमेशा अपने अच्छे व्यवहार से अपना बनाने का प्रयत्न करें. क्योंकि आपके अच्छे व्यवहार के आप अपने शत्रुओं को भी अपना बना सकते हैं. कुलमिलाकर अपने शत्रुओं को सबक सिखाना चाहते हैं तो अपने व्यवहार को अच्छा रखें और उनसे हमेशा मीठे वचन बोलें.

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चाणक्य नीति: अपने दुश्मनों के साथ करें ऐसा व्यवहार, बन जाएंगे दोस्त

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