खादिम Bharat.one को बताते हैं कि जो जायरीन अजमेर दरगाह जियारत करने आते हैं, वह सांभर दरगाह आने से पहले मखदूम शाह साहब की आसताना शरीफ दरगाह में भी जियारत करने जरूर आते हैं. दरगाह परिसर में हजारों साल पुराना इमली का पेड़ है, जहां मन्नत का धागा बांधा जाता है.