Home Dharma बप्पा के आगमन ही नहीं, विदाई के लिए भी जरूरी है शुभ...

बप्पा के आगमन ही नहीं, विदाई के लिए भी जरूरी है शुभ मुर्हूत! अनंत चतुर्दशी बेस्ट, वरना इन तिथियों में करें…

0


Last Updated:

Ganesh Visarjan Shubh Muhurat: गणेश जी की स्थापना जहां शुभ मुर्हूत में जरूरी होती है, वहीं उनकी विदाई भी सही तिथि पर ही करनी चाहिए. यूं तो अनंद चतुर्दशी इसके लिए सबसे शुभ दिन होता है पर इस दिन विसर्जन न कर पाएं…और पढ़ें

देवघर. भाद्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि बेहद खास होती है. खास इसलिए क्योंकि इस दिन प्रथम देवता माने जाने वाले भगवान गणेश की पूजा आराधना पूरे देशभर में धूमधाम से की जाती है. यही एकमात्र ऐसा उत्सव है जो हिंदू धर्म में सबसे लंबे दिनों तक मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी का उत्सव भाद्र माह की चतुर्थी तिथि से लेकर चतुर्दशी तिथि तक मनाया जाता है. इस दौरान विधि विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा आराधना की जाती है.

खत्म हो जाते हैं जीवन के संकट
ऐसा करने से भगवान गणेश बेहद प्रसन्न होते हैं और जीवन में बड़े से बड़े संकट समाप्त हो जाते हैं और सुख समृद्धि की वृद्धि होती है. वहीं हिंदू धर्म में विसर्जन का भी खास महत्व होता है. अगर शुभ तिथि और मुहूर्त में विसर्जन किया जाए तभी पूजा का शुभ फल भी प्राप्त होता है. तो आइए देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि अनंत चतुर्दशी के अलावा किस तिथि में भगवान गणेश का विसर्जन करना शुभ होता है.

क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने जानकारी देते हुए कहा कि 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी है. इस दिन भगवान बप्पा की पूजा आराधना शोडशोपचार विधि से की जाएगी. इससे भगवान गणेश बेहद प्रसन्न होते हैं. जब भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं तो जीवन में मंगल ही मंगल होता है क्योंकि भगवान गणेश को मंगलकर्ता भी कहते हैं.

जिस तरह से विधि विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा आराधना की जाती है, उसी तरह विधि विधान और शुभ तिथि में ही भगवान गणेश का विसर्जन भी करना चाहिए. तभी पूरी पूजा का शुभ फल मिलता है.

इस तिथि में करें भगवान गणेश का विसर्जन
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि भगवान गणेश की पूजा चतुर्थी तिथि से लेकर चतुर्दशी तिथि तक यानी पूरे 10 दिनों तक चलती है. विसर्जन अनंत चतुर्दशी को करना चाहिए. लेकिन अगर कोई भक्त उससे पहले विसर्जन करना चाहता है तो उसमें कोई हानि नहीं है. लेकिन विसर्जन शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए.

अनंत चतुर्दशी के अलावा पंचमी तिथि में भी विसर्जन कर सकते हैं. अगर पंचमी में नहीं कर सकते हैं तो अष्टमी तिथि को विसर्जन कर सकते हैं. विसर्जन करने से पहले भगवान गणेश की पूजा कर आरती जरूर करें, तभी भगवान गणेश प्रसन्न होंगे.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

बप्पा के आगमन ही नहीं, विदाई के लिए भी जरूरी है शुभ मुर्हूत! अनंत चतुर्दशी…

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version