Home Dharma बसंत पंचमी का आध्यात्मिक रहस्य, जीवन में कैसे बरसेगी मां सरस्वती की...

बसंत पंचमी का आध्यात्मिक रहस्य, जीवन में कैसे बरसेगी मां सरस्वती की कृपा? जानें अचूक उपाय

0


Agency:Bharat.one Rajasthan

Last Updated:

बसंत पंचमी, मां सरस्वती की आराधना और ज्ञान का पावन पर्व है, तीर्थराज प्रयाग में श्रद्धालु गंगा स्नान कर विद्या, वाणी और बुद्धि का आशीर्वाद लेगे.बसंत पंचमी का महत्व और इसकी महाकुंभ से जुड़ी विशेषता माना जाता है….और पढ़ें

X

title=बसंत पंचमी: विद्या और वाणी की देवी माँ सरस्वती की आराधना का विशेष दिन…

/>

बसंत पंचमी: विद्या और वाणी की देवी माँ सरस्वती की आराधना का विशेष दिन…

हाइलाइट्स

  • बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा का विशेष महत्व है.
  • महाकुंभ 2025 में गंगा स्नान कर मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करें.
  • सरस्वती मंत्र का जाप वाणी में मधुरता और विद्या में प्रखरता लाता है.

जालोर:-  ज्ञान, संगीत और वाणी की देवी मां सरस्वती की आराधना का विशेष दिन ‘बसंत पंचमी’ की पावन तिथि इस बार और भी दिव्य हो गई है, क्योंकि महाकुंभ 2025 के पुण्यकाल में यह पर्व आ रहा है. गुप्त नवरात्रि की पंचमी तिथि पर मां वागेश्वरी जयंती का पावन संयोग है. यह दिन साधकों और विद्या-आराधकों के लिए विशेष फलदायी माना जाता है. महाकुंभ में श्रद्धालु गंगा स्नान कर मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करने का संकल्प ले सकते हैं.

इस मंत्र का जाप है फलदायी
जालोर के ज्योतिष आचार्य पं॰ भानुप्रकाश दवे ने Bharat.one को बताया कि धार्मिक मान्यता है कि इस दिन सरस्वती मंत्र “ॐ ऐं श्रीं क्लीं वद् वद् वाग्वादिनी ह्रीं सरस्वते नमः” का जाप करने से वाणी में मधुरता और विद्या में प्रखरता आती है. बसंत पंचमी का महत्व सिर्फ मां सरस्वती की पूजा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह तिथि ज्योतिषीय दृष्टि से भी बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन पंचमी तिथि के अधिष्ठाता चंद्रमा हैं, जो अमृत के दाता माने जाते हैं. इस दिन शुभ कर्म करने से दीर्घायु और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.

मां सरस्वती की पूजा विधि और मंत्र जाप
बसंत पंचमी को शिक्षा और ज्ञान का महापर्व भी कहा जाता है. इस दिन विशेष रूप से विद्यार्थी, लेखक, कलाकार और संगीतज्ञ अपनी साधना और विद्या में सफलता पाने के लिए मां सरस्वती की आराधना करते हैं. यही कारण है कि इस दिन स्कूलों और कॉलेजों में मां सरस्वती का पूजन किया जाता है. इस दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है और विद्या की प्राप्ति होती है.  इस दिन प्रातः स्नान कर स्वच्छ पीले वस्त्र धारण करें. पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके आसन ग्रहण करें, मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करें, हल्दी, अक्षत, पीले पुष्प और दूध से बनी मिठाई अर्पित करें.

homedharm

बसंत पंचमी का आध्यात्मिक रहस्य, जीवन में कैसे बरसेगी मां सरस्वती की कृपा?

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version