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असम के गुवाहाटी में स्थित कामाख्या देवी मंदिर काफी फेमस है. यहां प्रसाद के रूप में चिप्स, बिस्किट और नमकीन चढ़ाए जाते हैं. यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है और तांत्रिक पूजा का प्रमुख केंद्र है.

कामाख्या मंदिर का इतिहास प्राचीन और समृद्ध है.
हाइलाइट्स
- कामाख्या मंदिर में चढ़ाए जाते हैं चिप्स, बिस्किट और नमकीन.
- यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है.
- कामाख्या मंदिर तांत्रिक पूजा का प्रमुख केंद्र है.
भारत एक ऐसा देश है जहां आपको आस्था और परंपराओं की विविधता देखने को मिलती है. लोग कई तरह के धार्मिक मान्यताओं पर विश्वास रखते हैं. हम सभी जानते हैं कि भगवान को अर्पित किए जाने वाले प्रसाद में फल, दूध, दही या मिठाई का भोग लगाया जाता है, लेकिन कुछ ऐसे हिंदू मंदिर भी हैं जहां प्रसाद के रूप में स्नैक्स यानी चिप्स, बिस्किट या नमकीन को चढ़ाया जाता है. ऐसा असम के गुवाहाटी में स्थित कामाख्या देवी मंदिर में होता है. यह मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित है, जो शक्ति की प्रमुख देवी मानी जाती हैं. यह मंदिर नीलांचल पहाड़ी पर स्थित है और इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है.
कामाख्या मंदिर का इतिहास प्राचीन और समृद्ध है. माना जाता है कि यह मंदिर 8वीं से 9वीं शताब्दी के बीच निर्मित हुआ था. हालांकि, वर्तमान संरचना 17वीं शताब्दी में अहोम राजा नर नारायण द्वारा पुनर्निर्मित की गई थी, क्योंकि मूल मंदिर मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट कर दिया गया था. यह मंदिर तांत्रिक पूजा और साधना का प्रमुख केंद्र है, जहां हर वर्ष अंबुबाची मेला आयोजित होता है, जो देवी के मासिक धर्म का प्रतीक है.
प्रसाद के रूप में स्नैक्स की परंपरा
कामाख्या मंदिर में प्रसाद के रूप में चिप्स, बिस्किट और नमकीन चढ़ाने की परंपरा के बारे में विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है. आमतौर पर, मंदिरों में फल, मिठाई या अन्य पारंपरिक खाद्य पदार्थ प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं. अगर कामाख्या मंदिर में स्नैक्स चढ़ाने की परंपरा है, तो यह स्थानीय संस्कृति और भक्तों की पसंद का प्रतिबिंब हो सकता है.
आस्था का अनोखा स्वरूप
भारत में मंदिरों की परंपराएं और रीति-रिवाज क्षेत्रीय मान्यताओं और सांस्कृतिक प्रभावों के अनुसार बदलते हैं. प्रसाद के रूप में स्नैक्स चढ़ाने की परंपरा इस बात का उदाहरण हो सकती है कि कैसे आधुनिकता और परंपरा का संगम होता है. यह भक्तों की श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है, जो देवी को प्रसन्न करने के लिए अपने तरीके से प्रसाद अर्पित करते हैं.
कामाख्या देवी मंदिर न केवल अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की अनोखी परंपराएं भी इसे विशेष बनाती हैं. प्रसाद के रूप में स्नैक्स चढ़ाने की परंपरा इस बात का प्रमाण है कि आस्था और भक्ति के मार्ग में कोई बंधन नहीं होता और भक्त अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं.