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Magh Gupt Navratri 2025 Muhurat: आज से माघ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ है. माघ गुप्त नवरात्रि का पर्व न सिर्फ आध्यात्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह मानसिक शुद्धि, तंत्र-मंत्र की साधना और जीवन के अनेक क्षेत्रों में व…और पढ़ें

माघ गुप्त नवरात्रि 2025
हाइलाइट्स
- माघ गुप्त नवरात्रि आज से शुरू हो रही है।
- कलश स्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं।
- नवरात्रि का समापन 7 फरवरी को होगा।
Magh Gupt Navratri 2025 Muhurat : नवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखता है. यह पर्व मां दुर्गा की पूजा और आराधना का समय होता है, जिसमें भक्तों को अपनी आस्था को समर्पित करने का मौका मिलता है. नवरात्रि साल में चार बार होती है, जिनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं. आज से माघ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ है, जो एक खास महत्व रखता है. यह नवरात्रि तंत्र-मंत्र की साधना और विशेष मानसिक शुद्धि के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है. आइए जानते हैं घट स्थापना का समय और इसका महत्व भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
माघ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ
माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से माघ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ होता है. इस वर्ष माघ गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी, 2025 को यानी आज से शुरू है. पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल प्रतिपदा तिथि 29 जनवरी की शाम 6 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 30 जनवरी को शाम 4 बजकर 1 मिनट तक रहेगी. लेकिन उदयातिथि के अनुसार, माघ गुप्त नवरात्रि का वास्तविक आरंभ 30 जनवरी, गुरुवार को है. यह नवरात्रि 9 दिन तक चलने वाली है और इसका समापन 7 फरवरी को होगा.
कलश स्थापना मुहूर्त
माघ गुप्त नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व है और इस बार दो शुभ मुहूर्त इस काम के लिए तय किए गए हैं. पहला शुभ समय सुबह 9 बजकर 25 मिनट से लेकर 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 56 मिनट तक होगा. इन दोनों मुहूर्तों में कलश स्थापना करना विशेष रूप से फलदायक माना जाता है.
माघ गुप्त नवरात्रि का महत्व
माघ माह को विशेष रूप से स्नान और दान का महीना माना जाता है. इस महीने में गुप्त नवरात्रि का आयोजन तंत्र साधना, मंत्र सिद्धि, और मानसिक शुद्धि के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है. गुप्त नवरात्रि में साधक अपनी साधना को और अधिक गहरे स्तर पर पहुंचाने के लिए देवी काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, और कमला जैसी 10 महाविद्याओं की पूजा करते हैं. यह पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी होती है, जो जीवन में किसी विशेष उद्देश्य की प्राप्ति के लिए प्रयासरत होते हैं.
नवरात्रि का समापन
माघ गुप्त नवरात्रि 9 दिनों तक चलने वाली है, और इसका समापन 7 फरवरी, 2025 को माघ शुक्ल नवमी तिथि को होगा. इस दिन व्रती पारण करके नवरात्रि की पूजा का समापन करेंगे.
January 30, 2025, 07:11 IST
माघ गुप्त नवरात्रि आज से शुरू, शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, जानें महत्व