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Islamic Rule: अलीगढ़ के मौलाना इफराहीम हुसैन ने बताया कि इस्लाम में मुस्लिम मर्दों के लिए सोना और रेशम पहनना हराम है, जबकि औरतों के लिए हलाल और जायज़ माना गया है.
अलीगढ़. इस्लाम में पहनावे और सादगी को बहुत अहमियत दी गई है. इस्लाम में मर्द और औरत दोनों के लिए पहनावे के अलग-अलग उसूल बताए गए हैं, ताकि समाज में संतुलन और नैतिकता बनी रहे. इन्हीं उसूलों के तहत मुस्लिम मर्दों के लिए सोना और रेशम पहनना सख्त मना है. यहां तक कि इसे हराम करार दिया गया है. जबकि औरतों के लिए इसे जायज़ और हलाल बताया गया है. अलीगढ़ के मौलाना इफराहीम हुसैन ने इस मामले पर Bharat.one से विस्तार से बात की.
जानकारी देते हुए अलीगढ़ के मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना चौधरी इफराहीम हुसैन ने बताया कि इस्लाम में मुस्लिम मर्दों के लिए सोना और रेशम पहनना हराम करार दिया गया है. इस्लाम में इसकी कई वजह भी बताई गई हैं. सबसे पहली और अहम वजह यह कि हमारे प्यारे नबी हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने मर्दों के लिए सोना और रेशम को हराम और औरतों के लिए हलाल ठहराया है. हर वो मर्द जो इस्लाम को मानता है, उसके लिए रेशम या सोना पहनना हराम है.
मौलाना ने बताया कि सोना और रेशम पहनने से मर्दों में तकब्बुर (घमंड) और दिखावे की ख्वाहिश पैदा होती है, जो इस्लाम में नापसंद की गई है. इसके अलावा इस्लाम सादा मिजाजी और विनम्रता को तरजीह देता है. जबकि सोना और रेशम मर्दों की इस सादगी के खिलाफ माने गए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ विद्वानों ने इसकी वजूहात यानी कि वजह मेडिकल पहलू से भी बताई हैं कि सोने का अधिक प्रयोग मर्दानगी पर असर डालता है. इसीलिए इसे मर्दों के लिए मना किया गया है. वहीं औरतों के लिए सोना और रेशम जायज़ और हलाल बताया गया है, क्योंकि यह उनकी ज़ीनत और खूबसूरती में इज़ाफ़ा करता है. यही वजह है कि इस्लाम ने औरतों के लिए इसे अनुमति दी है और मर्दों के लिए मनाही रखी है.
पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 में नई दुनिया अखबार से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों …और पढ़ें
पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 में नई दुनिया अखबार से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों … और पढ़ें