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सोने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ना मन को गहरी शांति, आत्मविश्वास और सुरक्षा का एहसास कराता है. महंत स्वामी कामेश्वरानंद के अनुसार रात 9 बजे के बाद किया गया पाठ अधिक फलदायी माना जाता है. यह साधना नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखकर अच्छी नींद और सकारात्मक माहौल देती है.
रात को सोने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ना कई लोगों की आदत है. माना जाता है कि इससे मन को शांति मिलती है और दिनभर की थकान दूर होती है. यह एक ऐसी साधना है जो मन, शरीर और घर दोनों में सकारात्मक माहौल बनाती है.
महंत स्वामी कामेश्वरानंद वेदांताचार्य बताते हैं कि जो भी व्यक्ति श्रद्धा और विश्वास से हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसकी मनोकामनाएं पूरी होने लगती हैं. उनका कहना है कि हनुमान जी जागृत देवता हैं और भक्त की सच्ची प्रार्थना तुरंत सुनते हैं.
महंत के अनुसार हनुमान जी अष्टसिद्धि और नवनिधि के दाता माने जाते हैं. इसलिए चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में रुकावटें धीरे-धीरे कम होने लगती हैं. यह पाठ मन में एक विशेष ऊर्जा और विश्वास भर देता है.
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महंत स्वामी कामेश्वरानंद बताते हैं कि हनुमान चालीसा रात 9 बजे के बाद पढ़ना अधिक फलदायी माना जाता है. क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त से लेकर रात 9 बजे तक हनुमान जी भगवान राम की सेवा में लीन रहते हैं. इसके बाद किया गया पाठ अधिक लाभकारी होता है.
रात को सोने से पहले हनुमान चालीसा पढ़ने से मनोबल बढ़ता है. डर और चिंता कम होती है. यह मन में एक भरोसा जगाता है कि कोई शक्तिशाली देवता हमारा संरक्षण कर रहा है. इससे आत्मविश्वास भी मजबूत होता है.
महंत बताते हैं कि रात में नियमित पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा पास नहीं आती. घर में शांति का वातावरण बनता है और अचानक आने वाले भय भी दूर रहते हैं. यह साधना व्यक्ति को मानसिक रूप से सुरक्षित महसूस कराती है.
सोने से पहले चालीसा पढ़ने से नींद अच्छी आती है और बुरे सपने नहीं आते. यह मन को शांत करके शरीर को आराम की अवस्था में ले आता है. नियमित पाठ से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों में सकारात्मक बदलाव महसूस होते हैं.
