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अभी पिछले माह 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में आने से खरमास शुरू हुए थे और अब 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही शुभ मांगलिक कार्यों का फिर से सिलसिला शुरू हो गया है.
विवाह शुभ मुहूर्त
हाइलाइट्स
- 14 अप्रैल से मांगलिक कार्य फिर से शुरू हुए.
- मई में 19 दिन विवाह मुहूर्त के लिए श्रेष्ठ.
- अप्रैल, मई, जून में कई शुभ मुहूर्त बनेंगे.
नागौर:- शादी-विवाह, गृह प्रवेश, नियम, मुहूर्त जैसे शुभ मांगलिक कार्यों की शुरुआत अब होने जा रही है. अब 14 अप्रैल से सूर्य के मेष राशि में प्रवेश हो जाने के साथ ही विवाह, देव प्रतिष्ठा, नूतन गृह प्रवेश गृह निर्माण, शादी विवाह जैसे सभी मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो गए हैं. इससे पहले खरमास और होलाष्टक होने के कारण बीते 40 दिनों से मांगलिक कार्यों पर धर्म शास्त्र अनुसार रोक लगी हुई थी.
ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक शर्मा ने Bharat.one को बताया कि अभी पिछले माह 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में आने से खरमास शुरू हुए थे और अब 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही शुभ मांगलिक कार्यों का फिर से सिलसिला शुरू हो गया है. अब विवाह मुहूर्त, नामकरण, अनप्रास, विद्या आरंभ, गृह प्रवेश, सगाई समारोह आदि 16 संस्कारों के लिए शुभ समय चल रहा है.
बृहस्पति इस समय अपनी राशि में विराजमान
अब सूर्य के मेष राशि में एवं देवगुरु बृहस्पति इस समय अपनी ही राशि मीन में विराजमान हैं और जो की शुभ कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. अब अप्रैल मई और जून माह में विवाह सहित कई शुभ मुहूर्त बनने का योग है. इसके साथ ही आगामी में महीने में सबसे अधिक 19 दिन विवाह मुहूर्त के लिए शुभ रहेंगे.
इन तारीखों में होंगे शुभ मांगलिक कार्य
अप्रैल महीने की बात करें, तो 18,19 ,20 ,21 ,22, 25 ,29 और 30 तारीख को विवाह के शुभ मुहूर्त रहेंगे. मई महीने में 1 व 5 तारीख से 18 और 22, 23, 24 और 28 तारीख को विवाह मांगलिक कार्य हो सकेंगे. जून माह की बात करें, तो 1-2 और 4 से 8 तारीख तक विवाह मुहूर्त रहेंगे. इसके बाद चातुर्मास के कारण सीधे नवंबर में 21 तारीख से 26 और 30 तारीख को विवाह मुहूर्त के योग बनेंगे. दिसंबर महीने की बात करें, तो 1, 4, 5 और 6 तारीख को विवाह के लिए शुभ समय माना गया है.
देवशयनी एकादशी से चातुर्मास की होगी शुरुआत
आगामी 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी है और उसके दूसरे दिन से ही चातुर्मास की शुरुआत होगी. इसके बाद शास्त्र अनुसार माना जाता है कि भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे और इसी कारण अक्टूबर माह तक विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं रहेंगे. उसके बाद 21 नवंबर से फिर से विवाह मुहूर्त आदि मांगलिक कार्य शुरू होंगे.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.