Business Elements: हर बिजनेस की अपनी एक पहचान होती है और उस पहचान को बनाने के पीछे कई चीजें काम करती हैं. बहुत बार लोग मेहनत तो करते हैं लेकिन असली ट्रिक को समझ नहीं पाते. असल में हर प्रोडक्ट और हर सर्विस पांच एलिमेंट्स से जुड़ी होती है – फायर, अर्थ, वाटर, एयर और स्पेस, ये पांचों एलिमेंट्स सिर्फ नेचर को ही नहीं बल्कि हमारे बिजनेस को भी कंट्रोल करते हैं. समझदारी यही है कि आप जानें कि आपका माल किस एलिमेंट से जुड़ा है और उसी एलिमेंट को अपने घर, ऑफिस या फैक्ट्री में एक्टिव कर दें. जब सही जगह सही एनर्जी लगती है, तभी बिजनेस तेजी पकड़ता है और कस्टमर भी खुद-ब-खुद जुड़ते चले आते हैं. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
कौन सा एलिमेंट आपके प्रोडक्ट से जुड़ा है?
सबसे पहले हर बिजनेसमैन को यह पहचानना जरूरी है कि उसका प्रोडक्ट या सर्विस किस एलिमेंट से जुड़ा है. जैसे –
1. फायर एलिमेंट: अगर आपका प्रोडक्ट देखकर बिकता है तो यह फायर एलिमेंट से जुड़ा है. जैसे बॉलीवुड मूवीज़, फैशन इंडस्ट्री, रियल एस्टेट का शोकेस या डिजाइनिंग। यहां विज़ुअल अपील सबसे बड़ा फैक्टर है.
2. अर्थ एलिमेंट: अगर आपके प्रोडक्ट में खुशबू का रोल है, जैसे परफ्यूम, मसाले या खाना, तो यह अर्थ एलिमेंट से जुड़ा है.
3. वाटर एलिमेंट: टेस्ट यानी स्वाद वाला बिजनेस वाटर एलिमेंट से जुड़ा है. रेस्टोरेंट, मिठाई, फूड प्रोडक्ट्स आदि इसी में आते हैं.
4. एयर एलिमेंट: अगर आपका माल टच करके बिकता है, जैसे कपड़े, फर्नीचर या ब्यूटी प्रोडक्ट्स, तो यह एयर एलिमेंट का खेल है.
5. स्पेस एलिमेंट: सुनने और बोलने से जुड़ा बिजनेस, जैसे म्यूजिक, रेडियो, कॉलिंग सर्विस या पब्लिक स्पीकिंग, स्पेस एलिमेंट से जुड़ा होता है.
1. फायर एलिमेंट: अगर आपका प्रोडक्ट देखकर बिकता है तो यह फायर एलिमेंट से जुड़ा है. जैसे बॉलीवुड मूवीज़, फैशन इंडस्ट्री, रियल एस्टेट का शोकेस या डिजाइनिंग। यहां विज़ुअल अपील सबसे बड़ा फैक्टर है.
2. अर्थ एलिमेंट: अगर आपके प्रोडक्ट में खुशबू का रोल है, जैसे परफ्यूम, मसाले या खाना, तो यह अर्थ एलिमेंट से जुड़ा है.
3. वाटर एलिमेंट: टेस्ट यानी स्वाद वाला बिजनेस वाटर एलिमेंट से जुड़ा है. रेस्टोरेंट, मिठाई, फूड प्रोडक्ट्स आदि इसी में आते हैं.
4. एयर एलिमेंट: अगर आपका माल टच करके बिकता है, जैसे कपड़े, फर्नीचर या ब्यूटी प्रोडक्ट्स, तो यह एयर एलिमेंट का खेल है.
5. स्पेस एलिमेंट: सुनने और बोलने से जुड़ा बिजनेस, जैसे म्यूजिक, रेडियो, कॉलिंग सर्विस या पब्लिक स्पीकिंग, स्पेस एलिमेंट से जुड़ा होता है.
बिजनेस को कैसे बूस्ट करें?
जब आप यह समझ लेते हैं कि आपका प्रोडक्ट किस एलिमेंट से जुड़ा है, तो अब बारी आती है उस एलिमेंट को स्ट्रॉन्ग करने की.
1. फायर एलिमेंट स्ट्रॉन्ग करने के लिए: ऑफिस या शोरूम में सही लाइटिंग रखें, ब्राइट कलर्स का इस्तेमाल करें और डिस्प्ले को अट्रैक्टिव बनाएं.
2. अर्थ एलिमेंट बूस्ट करने के लिए: मिट्टी, पौधे या नेचुरल खुशबू वाली चीजें स्पेस में शामिल करें.
3. वाटर एलिमेंट एक्टिव करने के लिए: बिजनेस प्लेस में पानी का फाउंटेन, एक्वेरियम या नीले शेड्स का इस्तेमाल अच्छा असर डालते हैं.
4. एयर एलिमेंट स्ट्रॉन्ग करने के लिए: ओपन स्पेस रखें, हवा के लिए जगह छोड़ें और हल्के फैब्रिक का इस्तेमाल करें.
5. स्पेस एलिमेंट बढ़ाने के लिए: साफ-सुथरी और पॉजिटिव एनर्जी वाली जगह बनाएं, सही साउंड सिस्टम या कम्युनिकेशन टूल्स लगाएं.

2. अर्थ एलिमेंट बूस्ट करने के लिए: मिट्टी, पौधे या नेचुरल खुशबू वाली चीजें स्पेस में शामिल करें.
3. वाटर एलिमेंट एक्टिव करने के लिए: बिजनेस प्लेस में पानी का फाउंटेन, एक्वेरियम या नीले शेड्स का इस्तेमाल अच्छा असर डालते हैं.
4. एयर एलिमेंट स्ट्रॉन्ग करने के लिए: ओपन स्पेस रखें, हवा के लिए जगह छोड़ें और हल्के फैब्रिक का इस्तेमाल करें.
5. स्पेस एलिमेंट बढ़ाने के लिए: साफ-सुथरी और पॉजिटिव एनर्जी वाली जगह बनाएं, सही साउंड सिस्टम या कम्युनिकेशन टूल्स लगाएं.

नतीजा क्या मिलेगा?
जब बिजनेस में सही एलिमेंट को पहचाना और स्ट्रॉन्ग किया जाता है, तो उसका सीधा असर सेल्स और ग्रोथ पर दिखता है. कस्टमर को वही चीज़ मिलेगी जिसकी उन्हें तलाश है और आपका प्रोडक्ट आसानी से उनसे जुड़ पाएगा. यह तरीका सिर्फ बिजनेस को बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि लंबे समय तक सफलता बनाए रखने के लिए भी कारगर है.