Guru Aur Bhagwan Ki Photo Ek Sath Rakhen Ya Nahi: घर का मंदिर हमेशा से ही हमारे जीवन में एक खास जगह रखता है. यह सिर्फ पूजा का स्थान नहीं होता, बल्कि यहां सकारात्मक ऊर्जा, शांति और आध्यात्मिक शक्ति का संचार होता है. अक्सर देखा गया है कि कई लोग भगवान की प्रतिमा के साथ गुरु की फोटो भी मंदिर में रख देते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या ऐसा करना सही है या इससे कोई वास्तु या आध्यात्मिक दोष तो नहीं आता? भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, गुरु और भगवान दोनों का सम्मान एक साथ करना शुभ माना जाता है, लेकिन इसके कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी है. इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि घर के मंदिर में गुरु और भगवान की फोटो एक साथ रखने से क्या फायदे होते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
हिंदू धर्म में गुरु को भगवान के समान माना जाता है. उन्हें ज्ञान का स्रोत और मार्गदर्शक कहा जाता है. पुराणों में भी गुरु को ईश्वर का रूप बताया गया है. इसलिए जब आप गुरु की तस्वीर भगवान के साथ रखते हैं, तो यह दिखाता है कि आप गुरु को भी उसी श्रद्धा और सम्मान से देखते हैं जैसा भगवान को देखते हैं. ऐसे में मंदिर में गुरु और भगवान की तस्वीरें एक साथ रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में शांति बनी रहती है.
गुरु हमें सही मार्ग दिखाते हैं और भगवान तक पहुंचने में मदद करते हैं. मंदिर में उनकी तस्वीरें रखने से ज्ञान और भक्ति दोनों का माहौल बनता है. यह न सिर्फ आध्यात्मिक बल बढ़ाता है, बल्कि घर में नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करता है. ऐसे में घर का वातावरण हमेशा सकारात्मक और शुभ बना रहता है.
घर के सदस्यों पर असर
गुरु और भगवान की फोटो एक साथ रखने से घर के सदस्यों का मन शांत रहता है और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है. अक्सर देखा गया है कि ऐसे घरों में मुश्किलों का समाधान आसानी से निकल आता है और परिवार के लोगों को सही निर्णय लेने में मदद मिलती है. पूजा के समय ध्यान और भक्ति की भावना मजबूत होती है और घर का माहौल आध्यात्मिक ऊर्जा से भर जाता है.
गुरु और भगवान की फोटो रखने के नियम
1. उच्च स्थान पर रखें: भगवान की तस्वीर या मूर्ति को गुरु की तस्वीर से थोड़ा ऊपर रखना चाहिए. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि गुरु मार्गदर्शक हैं, लेकिन भगवान परम सत्ता हैं. यह सम्मान का प्रतीक है.
2. दाहिनी ओर रखें: वास्तु के अनुसार, मंदिर में भगवान के दाहिनी ओर गुरु की तस्वीर रखना शुभ माना जाता है. दाहिनी दिशा पुरुष तत्व और प्रतिष्ठा का प्रतीक है. इससे घर में कीर्ति और समाजिक सम्मान बढ़ता है.
3. साफ-सुथरी जगह: मंदिर हमेशा साफ और व्यवस्थित होना चाहिए. फोटो या मूर्तियों के आसपास किसी तरह का अव्यवस्था या गंदगी न हो.
4. सकारात्मक ऊर्जा का ध्यान: मंदिर में ऐसे स्थान पर रखें जहां रोजाना प्रार्थना और ध्यान किया जा सके. इससे आध्यात्मिक ऊर्जा अधिक मजबूत होती है.