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Kanya Pujan: पूजन के लिए न मिलें कन्या तो क्या करें? उज्जैन के आचार्य ने बताया समाधान, देवी नहीं होंगी नाराज!

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Navratri Kanya Pujan: शारदीय नवरात्रि में मां जगत जननी जगदंबा के नौ स्वरूप की पूजा आराधना की जाती है. साथ ही अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन किया जाता है. अगर इस दौरान पूजन के लिए कन्या न मिले तो ये काम करें…

Ujjain News: नवरात्रि में माता दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-आराधना की जाती है. सालभर में कुल चार नवरात्रि आती हैं. हर साल अश्विन माह में शारदीय नवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती है. यह पर्व पूर्णतया जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है. इस दौरान अष्टमी-नवमी पर कन्या पूजन का विधान है. कन्या पूजन नवरात्रि का बेहद महत्वपूर्ण विधि है. इससे माता रानी अति प्रसन्न होती हैं. लेकिन, कई बार कन्या पूजन के लिए पर्याप्त संख्या में लड़कियां नहीं मिल पातीं, जिससे लोग परेशान होने लगते हैं. उज्जैन के आचार्य ने बताया कि ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए…

आसपास कन्या न मिलें तो ये काम करें…

  • नवरात्रि के समय मे अगर आस-पड़ोस में कोई कन्या न हो तो आप मंदिर या ऐसी किसी स्थान पर जा सकते हैं, जहां जरूरतमंद या गरीबों के बच्चे मिल जाएं. ऐसे स्थानों पर जाकर लड़कियों को भोजन कराएं और दान दक्षिणा देकर कन्या पूजन सम्पन्न कर सकते हैं.
  • इसके अलावा आप घर की स्त्रियों की पूजा कर सकते हैं. हिंदू धर्म में स्त्री को देवी का स्वरूप माना जाता है. घर की स्त्रियों की भी कन्या की तरह ही पूजा करें.
  • देखा जाता है कई बार लोग अन्य कारणों या फिर स्कूल जाने की वजह से भी दूसरों के घर अपनी बच्चियों को नहीं भेज पाते. ऐसे में आप चाहें तो कन्याओं के लिए उनके घर पर ही प्रसाद और दक्षिणा आदि पहुंचा सकते हैं.

कन्या पूजन की सही विधि व नियम 
अष्टमी या नवमी के दिन कन्याओं को अपने घर पूजन के लिए आमंत्रित करें. इनकी आयु 2 वर्ष से 10 वर्ष के बीच हो सकती है. जब कन्याएं आपके घर आएं तो उनका स्वागत फूल-मालाओं से करें. इसके बाद कन्याओं को बैठने के लिए आसन दें. फिर कन्याओं के पैर जल से धोएं. चावल, फूल, रोली आदि से उनकी पूजा करें. उनके सिर पर लाल रंग की चुनरी रखें. इसके बाद कन्याओं को भोजन में पूड़ी, हलवा, काले चने, खीर, नारियल, फल आदि खिलाएं. जब वे खा लें तो उन्हें पानी पिलाएं. इसके बाद उन्हें अपनी क्षमता के अनुसार उपहार और दक्षिणा दें. उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें. इसके बाद उन्हें अगले साल फिर आने का निमंत्रण देकर विदा करें.

Rishi mishra

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें

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पूजन के लिए न मिलें कन्या तो क्या करें? उज्जैन के आचार्य ने बताया समाधान

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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