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Karwa Chauth 2025 Date: करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल यह व्रत कब रखा जाएगा और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा..
Karwa Chauth Kab Hai: हिन्दू धर्म में हर तिथि हर व्रत का अलग महत्व है. ऐसा ही एक व्रत अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. करवा चौथ के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं. पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस बार करवा चौथ का व्रत को लेकर असमंजस बना हुआ है. आइए उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज से जानते हैं कि इस बार यह व्रत कब है.
शुभ योग में मनाया जाएगा अखंड सौभाग्य का पर्व
इस साल का करवा चौथ व्रत सिद्धि योग और कृत्तिका नक्षत्र में है. करवा चौथ पर सिद्धि योग प्रात:काल से लेकर शाम 05 बजकर 41 मिनट तक है. उसके बाद से व्यतीपात योग होगा. उस दिन कृत्तिका नक्षत्र प्रात:काल से लेकर शाम 05 बजकर 31 मिनट तक है, उसके बाद रोहिणी नक्षत्र है
महिलाएं रखती हैं निर्जला व्रत
करवाचौथ के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोलती हैं. ये व्रत सूर्योदय से शुरू होकर चंद्रोदय तक रहता है. इस दौरान व्रती महिलाएं अन्न और जल किसी भी चीज का सेवन नहीं करती हैं.
क्यों किया जाता है चंद्र पूजन
करवा चौथ पर चंद्र पूजा पति की दीर्घायु, अखंड सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति की कामना के लिए की जाती है. चंद्रमा को शांति, समृद्धि और मन की स्थिरता का प्रतीक माना जाता है. चंद्रमा की पूजा से मन शांत होता है, जिससे पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है, साथ ही यह जल और पृथ्वी के तत्वों का भी सम्मान करता है, जो दांपत्य जीवन की खुशहाली से जुड़ा है.
Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 7 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across …और पढ़ें
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