अजमेर. इस बार शादियों की शहनाई 15 दिसंबर से बजाना बंद हो जाएगी. क्योंकि 15 दिसंबर से मलमास शुरू हो रहा है, जो 14 जनवरी को समाप्त होगा. इस दौरान विवाह, सगाई, यज्ञ, गृह प्रवेश, मंदिर में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा आदि शुभ कार्य नहीं होंगे. साथ ही नया घर या वाहन आदि खरीदना शुभ नहीं माना जाएगा.
पंडित सुरेंद्र राजगुरु ने Bharat.one को बताया कि इस महीने में सूर्य की गति धीमी हो जाती है. इस कारण कोई भी शुभ काम सफल नहीं होते है. मलमास नए साल में 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन समाप्त हो जाएगा. जिस दिन सूर्य देव के एक राशि से दूसरे राशि में स्थान बदलते हैं, उस दिन को संक्रांति कहा जाता है.
15 दिसंबर से 14 जनवरी तक मलमास
पंडित राजगुरु ने बताया की सूर्य देव दिसंबर महीने में धनु राशि में प्रवेश करेंगे, इससे मलमास लग रहा है. नए साल 2025 में सूर्य देव 14 जनवरी को धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे, तो मकर संक्रांति पड़ेगी. उन्होंने आगे बताया कि 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक मलमास के दौरान शादी-विवाह आदि कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए मलमास अशुभ माना जाता है.
15 जनवरी को मांगलिक कार्य होंगे शुरू
मकर संक्रांति पर मलमास का समापन होगा. इसके बाद 15 जनवरी को मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाएंगे. इस बार 16 से 18 व 21 व 22 जनवरी को अत्यधिक सावे भी हैं. इसके अलावा गृह प्रवेश, मंदिरों में देव प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त होंगे. इसके साथ ही यज्ञ, मुंडन संस्कार, गृह आरंभ मुहूर्त आदि हो सकेंगे.
FIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 18:20 IST