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Mahabharata: कृष्ण ने कैसे अपहरण करके की रुक्मिणी से शादी, महाभारत की सबसे सुंदर स्त्री

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क्या आपको मालूम है कि भगवान कृष्ण ने रुक्मिणी से अपहरण करके शादी की थी. हालांकि रुक्मिणी चाहती थीं कृष्ण ऐसा करें. इसके बाद हल्की फुल्की झड़प की स्थिति भी आई. हालांकि कृष्ण की दूसरी पत्नियां भी एक से बढ़कर एक थीं. और उनकी हर शादी की एक कहानी है.

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की अनेक लीलाओं में एक महत्वपूर्ण प्रसंग है – रुक्मिणी का अपहरण करके उनसे विवाह करना. यह घटना न केवल प्रेम और बल्कि साहस का भी प्रतीक है. इसके साथ ही कृष्ण ने कई और शादियां कीं. हर पत्नी विलक्षण और असाधारण रहीं.

बचपन से ही करने लगीं कृष्ण से प्यार

रुक्मिणी विदर्भ देश के राजा भीष्मक की बेटी थीं. अत्यंत सुंदर, गुणवती और भगवान कृष्ण की परम भक्त. उन्होंने बचपन से ही कृष्ण की महिमा सुनी थी. मन ही मन बचपन से उन्हें प्यार करने लगीं. उन्हें अपना पति मान लिया. रुक्मिणी के भाई रुक्मी ने उनका विवाह चेदिराज शिशुपाल से तय कर दिया, जो कृष्ण का शत्रु था. रुक्मिणी इस विवाह के बिल्कुल खिलाफ थीं. उन्होंने कृष्ण को एक गुप्त पत्र लिखकर अपनी व्यथा सुनाई.
रुक्मिणी महाभारत की सबसे सुंदर स्त्रियों में थीं. उन्होंने कृष्ण को विवाह से पहले ही मन ही मन अपना पति मान लिया था. (Image generated by Leonardo AI)

रुक्मिणी ने पत्र में क्या लिखा

रुक्मिणी ने अपने पत्र में लिखा,
“हे मधुसूदन! मैंने आपको ही अपना पति माना है. यदि आप मुझे नहीं ले जाएंगे तो मैं प्राण त्याग दूंगी. मैंने आपको अपना पति मान लिया है. मेरा भाई मुझे शिशुपाल के हाथों सौंपना चाहता है. कृपया मुझे बचाइए.”
इस पत्र को पढ़कर कृष्ण ने तुरंत रुक्मिणी को बचाने का फैसला किया. वह बलराम और अन्य लोगों के साथ विदर्भ की ओर चल पड़े.

रुक्मणी का अपहरण और विवाह

रुक्मणी का विवाह शिशुपाल से होने वाला था. शहर शादी के लिए सज चुका था. मंगल गीत गाए जा रहे थे. पूरे नगर में बड़ी चहल-पहल थी. जब शादी के रिवाज के लिए रुक्मिणी सजधजकर गिरिजा मंदिर पहुंची तो कृष्ण का रथ मंदिर के सामने खड़ा था. कृष्ण ने उनका तेजी से हाथ पकड़ा और उन्हें रथ पर बिठाकर तेजी से द्वारका की ओर चल पड़े.

फिर कृष्ण से हुई भयंकर लड़ाई

रुक्मी यह सुनकर क्रोध से कांप उठा. उसने बहुत बड़ी सेना लेकर श्रीकृष्ण का पीछा किया. प्रतिज्ञा की कि वह या तो श्रीकृष्ण को बंदी बनाकर लौटेगा, या फिर कुण्डिनपुर में अपना मुंह नहीं दिखाएगा.रुक्मी और श्रीकृष्ण का घनघोर युद्ध हुआ. श्रीकृष्ण ने उसे युद्ध में हराकर अपने रथ से बांध दिया, किंतु बलराम ने उसे छुड़ा लिया. उन्होंने श्रीकृष्ण से कहा, ‘रुक्मी अब अपना संबंधी हो गया है. किसी संबंधी को इस तरह का दंड देना उचित नहीं है.’ भगवान श्रीकृष्ण ने रुक्मिणी को द्वारका ले जाकर उनके साथ विधिवत विवाह किया. प्रद्युम्न उन्हीं के गर्भ से उत्पन्न हुए थे, जो कामदेव के अवतार थे.

महाभारत की सबसे सुंदर स्त्री

रुक्मिणी को महाभारत की दो सुंदर स्त्रियों में एक माना जाता है. इनमें एक द्रौपदी थीं, जिसमें अग्नि से पैदा होने के कारण असाधारण तेज था. दूसरी रुक्मिणी थीं. जिन्हें धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है. विभिन्न ग्रंथों में रुक्मिणी की सुंदरता की तुलना अक्सर दिव्य प्राणियों से की जाती है. उनकी चमक और आकर्षण ने कई लोगों को मोहित किया, जिनमें शक्तिशाली राजा भी शामिल थे, जिन्होंने उनसे विवाह करने के लिए हाथ मांगा.

कृष्ण ने रुक्मणी के अलावा भी अनेक स्त्रियों से भी विवाह किया.

सत्यभामा जो वीर थीं

सत्यभामा यादव वंश की राजकुमारी थीं. श्रीकृष्ण की दूसरी प्रमुख पत्नी थीं. सत्यभामा के स्वयंवर में कृष्ण ने एक दैत्य को मारकर उन्हें जीता. वह बहुत गर्वीली थीं. अक्सर रुक्मिणी से खुद की तुलना करती थीं.

जाम्बवती से हुआ विवाह

जब कृष्ण ने स्यमंतक मणि की खोज की, तो उनका भयंकर युद्ध हनुमान के अवतार जाम्बवानसे हुआ. कई दिनों तक युद्ध के बाद जाम्बवान ने कृष्ण को पहचाना. उनसे क्षमा मांगी.उन्होंने अपनी पुत्री जाम्बवती का विवाह कृष्ण से कर दिया. हालांकि इनका पुत्र साम्ब बाद में यादवों के विनाश का कारण बना.

कालिंदी से कैसे हुई शादी

कालिंदी यमुना नदी की अवतार थीं. उन्होंने कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की. कृष्ण ने तपस्या से प्रसन्न होकर उनसे विवाह किया.

स्वयंवर में गए और मित्रविंदा को पत्नी बनाया

मित्रविंदा अवंती की राजकुमारी थीं. उनके भाई ने उनका स्वयंवर रचा. अन्य राजा कृष्ण के विरोधी थे, लेकिन कृष्ण ने सभी को हराकर मित्रविंदा से विवाह किया.

सात बैलों को हराया तो …

सत्या के पिता नाग्नजिती ने स्वयंवर में एक शर्त रखी कि जो योद्धा सात बैलों को हराएगा, वही सत्या से विवाह करेगा. कृष्ण ने सभी बैलों को वश में किया और विवाह किया.

और ये खास चुनौती वाला स्वयंवर था

लक्ष्मणा ने अपने स्वयंवर में एक मछली की आंख को तीर से भेदने की चुनौती रखी. कृष्ण ने धनुर्विद्या का कमाल दिखाया और लक्ष्मणा से विवाह किया.

16,000 पत्नियों की क्या कहानी

नरकासुर ने 16,000 स्त्रियों को बंदी बना रखा था. कृष्ण ने उसका वध करके सभी को मुक्त किया. समाज ने इन स्त्रियों को स्वीकार नहीं किया, तो कृष्ण ने सभी से विवाह कर उन्हें सम्मान दिया.

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