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Mahakumbh 2025: 45 दिन चलेगा महाकुंभ, सिर्फ 6 दिन शाही स्नान; नोट करिए ये सही तारीख

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देवघर. साल 2025 अध्यात्मिक के नजरिए से बेहद खास है. खास इसलिए क्योंकि इस साल देश विदेश के सबसे बड़े अध्यात्मिक मेले का आयोजन उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहा है. इस साल महाकुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में होगा. इस मेले में स्नान का बेहद खास महत्व है. महाकुम्भ में देश से ही नहीं, बल्कि विदेश से भी साधु संत के साथ तीर्थयात्री भी पहुंचेंगे. महाकुंभ में शाहीस्नान का ज्यादा महत्व है. इस दिन कई तरह के साधु संत गंगा में डुबकी लगाने पहुंचते हैं. किस-किस तिथि में शाही स्नान होगा और क्या महत्व है जानते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य से?

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल ने Bharat.one को बताया कि साल 2025 में 13 जनवरी से महाकुंभ मेले की शुरुआत होने जा रही है.  जो 26 फ़रवरी तक चलने वाला है. महाकुंभ में त्रिवेणी संगम यानी गंगा, यमुना, सरस्वती मिलन के संगम तट पर स्नान किया जाता है. कुंभ के दौरान गंगा स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है. कुंभ में शाही स्नान भी होता है. यह शाही स्नान करने के लिए दूर-दूर से कई तरह के साधु संत पहुंचते हैं.

क्या है शाहीस्नान का महत्व
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि शाहीस्नान सिर्फ कुंभ में ही होता है. कुंभ मेले के दौरान, जो भी शाही स्नान करता है, उसे जन्म मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल जाती है. इसके साथ ही कई जन्मों के पाप मिट जाते हैं. शाही स्नान ज्यादातर साधुसंत करते हैं.  उनके बाद तीर्थंयात्री भी शाहीस्नान कर सकते हैं. हालांकि शाहीस्नान की कुछ प्रमुख तिथियां होती हैं.

क्या है शाहीस्नान की तिथियां…
इस बार प्रयागराज में महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है, जो 13 जनवरी से 26 फ़रवरी तक चलने वाला है. इस दौरान कई प्रमुख तिथियों में शाहीस्नान होगा.
13 जनवरी (पूस पूर्णिमा )के दिन शाही स्नान
14 जनवरी (मकर संक्रांति )के दिन शाही स्नान.
29 जनवरी (मोनी अमावस्या) के दिन शाहीस्नान.
03 फ़रवरी (बसंत पंचमी) के दिन शाही स्नान.
12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) के दिन शाही स्नान.
26 फरवरी (महाशिवरात्रि )के दिन शाही स्नान होना है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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