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Mahashivratri 2025 : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा के लिए उचित फूलों का चयन उनकी कृपा प्राप्ति के लिए अहम है. इन्हें अर्पित करने से भक्तों की हर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. लेकिन कुछ फूल शिव पूजा में वर्जित …और पढ़ें
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए चढ़ाए ये फूल
ऋषिकेश. Mahashivratri हिंदू धर्म में भगवान शिव की आराधना का प्रमुख पर्व है, जो फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस वर्ष महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जाएगी. इस दिन, भक्तगण व्रत रखते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं ताकि भगवान शिव की कृपा बनी रहे. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा में विशेष फूलों का अर्पण अहम है. Bharat.one के साथ बातचीत में ऋषिकेश में स्थित ‘गृह स्थानम’ के ज्योतिष अखिलेश पांडेय कहते हैं कि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव की पूजा में उचित फूलों का चयन उनकी कृपा प्राप्ति के लिए महत्त्वपूर्ण है. शमी, धतूरा, आक और कनेर के फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं. इन्हें अर्पित करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
ज्योतिष अखिलेश पांडेय कहते हैं कि केतकी, कमल, अन्य कांटेदार और बासी फूलों का उपयोग पूजा में वर्जित है. सही विधि और समर्पण के साथ पूजा करने से भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है.
अर्पित करने योग्य फूल
1. शमी का फूल
शमी का फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. पुराणों में शमी के पेड़ और उसके फूलों का विशेष महत्त्व बताया गया है. महाशिवरात्रि के दिन शमी के फूल अर्पित करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
2. धतूरे का फूल
धतूरा भगवान शिव का प्रिय पुष्प है, जिसे उनकी पूजा में विशेष रूप से शामिल किया जाता है. धतूरे के फल भी शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं. इस फूल को अर्पित करने से कई दोषों का निवारण होता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है.
3. आक का फूल
आक का फूल, जिसे मदार भी कहा जाता है, महादेव को अत्यंत प्रिय है. इस फूल को शिवलिंग पर अर्पित करने से भक्तों की इच्छाएं पूर्ण होती हैं और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
4. कनेर का फूल
कनेर के पीले, सफेद और लाल रंग के फूल भगवान शिव को अर्पित किए जा सकते हैं. इन फूलों को चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को उनका आशीर्वाद मिलता है.
अर्पित न करने योग्य फूल
1. केतकी का फूल
शिव पुराण के अनुसार, केतकी के फूल को भगवान शिव की पूजा में अर्पित करना वर्जित है. एक पौराणिक कथा के अनुसार, केतकी के फूल ने भगवान ब्रह्मा के झूठ का समर्थन किया था, जिससे भगवान शिव ने इसे अपनी पूजा में निषिद्ध कर दिया.
2. कंटकारी फूल (कांटेदार फूल)
धतूरे के अलावा, अन्य कांटेदार फूलों को भगवान शिव की पूजा में अर्पित नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से घर-परिवार में कलह-क्लेश उत्पन्न हो सकते हैं.
3. कमल का फूल
कमल का फूल भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा में उपयोगी है, लेकिन इसे शिवलिंग पर अर्पित नहीं करना चाहिए.
Rishikesh,Dehradun,Uttarakhand
February 24, 2025, 23:47 IST
Mahashivratri : जानें कौन से फूल अर्पित करने से खुश होंगे भोले, किनका है निषेध
