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Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पर बन रहा श्रवण नक्षत्र का संयोग, इस दिन ऐसे करें पूजा, हर मनोकामना होगी पूरी

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Agency:Bharat.one Rajasthan

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महाशिवरात्रि पर त्रियोग बन रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस अवसर पर रात्रि में चार प्रहर की पूजा करने से शिव कृपा प्राप्त होती है. इन सभी तिथियों पर विशेष पूजा-अर्चना, व्रत और दान करने से कई गुना फल प्रा…और पढ़ें

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इस बार महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र का संयोग बन रहा 

हाइलाइट्स

  • महाशिवरात्रि 26 फरवरी को श्रवण नक्षत्र में मनाई जाएगी.
  • बुध, शनि और सूर्य कुंभ राशि में होंगे.
  • चार प्रहर की पूजा से शिव कृपा प्राप्त होगी.

सीकर:- 26 फरवरी भगवान शिव के भक्तों के बहुत खास दिन रहेगा, क्योंकि इस दिन महाशिवरात्रि है. इस बार महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र का संयोग बन रहा है. यह नक्षत्र शाम  5:08 बजे शाम तक रहेगा. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने Bharat.one को बताया कि इस दिन श्रवण नक्षत्र का संयोग बनने पर बुध, शनि और सूर्य तीनों कुंभ राशि में विराजमान होंगे. ऐसे में इस महाशिवरात्रि पर त्रियोग बन रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस अवसर पर रात्रि में चार प्रहर की पूजा करने से शिव कृपा प्राप्त होती है. इन सभी तिथियों पर विशेष पूजा-अर्चना, व्रत और दान करने से कई गुना फल प्राप्त होगा.


फाल्गुन माह में वर्जित होते हैं ये काम

धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि फाल्गुन महीने के दौरान तामसिक चीजों (शराब, मांस, लहसुन और प्याज आदि) का सेवन न करें. साथ ही इस माह के दौरान किसी भी व्यक्ति विशेष को नुकसान पहुंचाने के बारे में ना सोचें, नहीं तो भगवान शिव की कृपा नहीं होगी. सावन महीने में शिव व्रत की पालना करने पर मनचाही मुराद पूरी होती है.

महाशिवरात्रि का व्रत करने का सही तरीका 
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा और साधना की जाती है. भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है, यानी वे अपने भक्तों से जल्दी प्रश्न होते हैं. यह व्रत पूरे भक्तिभाव और नियमों के साथ रखा जाता है. पंडित घनश्याम शर्मा ने Bharat.one को बताया कि महाशिवरात्रि के दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें.

इसके बाद शिवलिंग पर गंगा जल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, धतूरा और भांग चढ़ाएं. पूरे दिन और रात्रि में “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें. शिव पुराण या महाशिवरात्रि व्रत कथा का पाठ करें. रात्रि जागरण करें और शिव चालीसा, भजन, और आरती करें. व्रत के दौरान आप फल, दूध, मखाना, साबूदाना खिचड़ी या फलाहारी व्यंजन खा सकते हैं. इसके अलावा लहसुन, प्याज और अनाज का परहेज करें.

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महाशिवरात्रि पर बन रहा श्रवण नक्षत्र का संयोग, इस दिन ऐसे करें पूजा

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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