देवघर: मकर संक्रांति पर स्नान-दान का बड़ा महत्व होता है. इस दिन भगवान सूर्य मकर राशि में गोचर करते हैं. साथ ही सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं. माना जाता है कि मकर संक्रांति से देवताओं के दिन शुरुआत होती है. साथ ही मकर संक्रांति से शुभ कार्यों की शुरुआत भी होती है. लेकिन, कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जो मकर संक्रांति के दिन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one को बताया कि इस साल 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा. अभी सूर्य दक्षिणायन हैं. जैसे ही सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे, उस दिन से उत्तरायण हो जाएंगे. सभी प्रकार के मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. जिस दिन सूर्य मकर राशि में गोचर करते हैं साल का सबसे शुभ दिन माना जाता है. उस दिन कुछ कार्य तो बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.
मकर संक्रांति के दिन क्या न करें
1. ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि मकर संक्रांति के दिन भूलकर भी तामसिक भोजन या मदिरा सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.
2. कर संक्रांति के दिन बिना स्नान किए अनाज ग्रहण बिल्कुल नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से वह अनाज जहर के समान होता है.
3. मकर संक्रांति के दिन अगर गरीब, ब्राह्मण या कोई असहाय आपके घर की चौखट पर आ जाए तो बिना कुछ दान किए उसे वापस नहीं लौटाना चाहिए. पाप के भागी बन सकते हैं.
सिर्फ इस पात्र में जल अर्पण करें
मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य को जल से अर्घ्य का विधान है. लेकिन, किसी भी पात्र से नहीं बल्कि केवल तांबे के पात्र से ही जल अर्पण करना चाहिए. सभी प्रकार के मानसिक और शारीरिक कष्ट समाप्त हो जाते हैं.
FIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 19:05 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.