उज्जैन. हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. मान्यता है कि नवरात्रि में मां भगवती दुर्गा पूरे 9 दिन तक धरती पर आकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं. नवरात्रि में कलश स्थापना के दौरान जिस प्रकार कई बातों का ख्याल रखना जरूरी है. ठीक उसी प्रकार कलश विसर्जन के दौरान भी कई चीजें ध्यान रखने योग्य हैं. उज्जैन के ज्योतिष रवि शुक्ला के अनुसार, विसर्जन के पहले कलश से कुछ अचूक उपाय किए तो साल भर माता का आशीर्वाद बना रहेगा.
जरूर करें कलश से ये 4 उपाय
जल: कलश हटाने के बाद उसके जल को घर में सभी जगह छिड़कना चाहिए. सदस्यों पर भी जल छिड़कना चाहिए. यदि व्यापारी हैं तो व्यापार स्थान पर उस जल का छिड़काव करें. इससे सुख-समृद्धि बनी रहेगी. ज्यादा जल होने पर किसी पेड़-पौधे में डल दें.
नारियल: कलश की स्थापना करते वक्त उस पर नारियल रखा जाता है. विसर्जन के दिन उस नारियल को बहते पानी में प्रवाहित कर देना चाहिए. अगर उस नारियल को घर में रखना चाहते हैं तो घर की पूर्व, पश्चिम या उत्तर दिशा में इस नारियल को लाल कपड़े में बांधकर रख सकते हैं.
सिक्के: जब भी हम कलश स्थापित करते हैं, उसमें शगुन के तोर पर एक सिक्का जरूर डालते हैं. विसर्जन के दिन कलश में मौजूद सिक्के को निकालकर तिजोरी या पर्स में डाल लें. ऐसा करने से दिन दूना, रात चौगुना धन बढ़ेगा. कामकाज में बरकत होगी. धन की कमी नहीं होगी.
अक्षत: हर पूजन में अक्षत (चावल) का विशेष महत्व रहता है. नवरात्रि के आखिरी दिन कलश हटाने के बाद उसके अक्षत यानी चावल को घर के हर कोने में रख देना चाहिए और इसके पास एक दीया जला देना चाहिए. यदि हर कोने में नहीं रख सकते तो उत्तर-पूर्व दिशा के कोने यानी ईशान कोण में यह काम जरूर करें. इससे घर में हमेशा बरकत होती रहेगी.
FIRST PUBLISHED : October 10, 2024, 16:18 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
