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Navratri 2025: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजाहोती है. पं. अनुपम महराज ने बताया कि केले, पीला फूल और खीर का भोग प्रिय है, विशेष पूजन से विवाह की बाधा दूर होती है.
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : “नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. चार भुजाओं वाली मां कात्यायनी भक्तों की हर मुराद को पूरी करती हैं. मां कात्यायनी को वरदायिनी कहा जाता है. अगर सच्चे मन, श्रद्धा और अटूट विश्वास के साथ भक्त पूजन-अर्चन करते हैं तो मां हर मनोकामना को पूर्ण करती हैं. मां कात्यायनी को केला व उनसे बने हुए सामान बहुत प्रिय है. चाहे वह मिठाई हो या फिर खीर हो. जिन लड़कों की शादी नहीं हो रही है. वह छह गाँठ हल्दी चढ़ाकर मां का विशेष पूजन कर सकते हैं.
मां को प्रिय हैं ये चीज
पं. अनुपम महराज ने बताया कि मां कात्यायनी को केला अत्यंत प्रिय है. ऐसे में केले का भोग जरुर लगाना चाहिए. अगर केले से अच्छा भोग लगाने चाह रहे हैं तो खीर का भोग लगा सकते हैं. इसमें केला व केसर आदि मिले हो. इसमें भूरे शक्कर का प्रयोग करते हैं. यह दिन उन युवतियों के लिए सबसे खास है, जिनको पुत्र नहीं हो रहे हैं. पूजा के साथ ही मंत्र का जाप करने से सफलता मिलेगी. जिन वर का विवाह नहीं हो रहा है. वह मां कात्यायनी को छह हल्दी की गांठ, पान-पत्ता नारियल की व्यवस्था करा दें तो छह माह में विवाह हो सकेगा.
पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हूं. पत्रकारिता की शुरुआत 2010 में नई दुनिया अखबार से की, जिसके बाद सफर लगातार आगे बढ़ता गया. हिंदुस्तान, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया और ईटीवी जैस…और पढ़ें
पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हूं. पत्रकारिता की शुरुआत 2010 में नई दुनिया अखबार से की, जिसके बाद सफर लगातार आगे बढ़ता गया. हिंदुस्तान, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया और ईटीवी जैस… और पढ़ें