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Navratri 2025 Astro Remedies in Hindi: नवरात्रि के दौरान कुछ उपाय करने से जिंदगी की सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं. ऐसा ही एक उपाय Bharat.one आपके लिए लेकर आया है.
अर्गला स्तोत्र
हाइलाइट्स
- नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
- ‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
- नवरात्रि में ‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ दुखों से छुटकारा दिलाता है.
Navratri Astro Remedies in Hindi: नया संवत 2082 शुरू होते ही चैत्र नवरात्रों का आरंभ भी हो जाएगा. इसी दिन से देवी दुर्गा की आराधना, पूजा पाठ, स्तोत्र आदि का पाठ करना बेहद ही लाभदायक बताया गया है. नवरात्रों में देवी दुर्गा को प्रसन्न करने और अक्षय फल की प्राप्ति के लिए धार्मिक ग्रंथ दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विधान बताया गया है. दुर्गा सप्तशती के कुछ खास मंत्र और स्तोत्र बेहद ही शक्तिशाली हैं, जिनका पाठ नवरात्रों में विधि अनुसार करने पर शक्ति की देवी प्रसन्न होकर मन की सभी इच्छाएं पूर्ण कर देती हैं. दुर्गा सप्तशती में कुछ मंत्र और स्रोत ऐसे भी हैं जो देवी देवताओं को दुर्लभ है.
नवरात्रों में जरूर करें ये उपाय
धार्मिक ग्रंथो और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रों में दुर्गा सप्तशती के शक्तिशाली मंत्र देवी कवच के बाद अर्गला स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस स्तोत्र को सुनने मात्र से ही सभी दुविधाएं, समस्याएं खत्म हो जाती हैं. नवरात्रि में इसका पाठ करने से शत्रुओं पर विजय, आकस्मिक धन की प्राप्ति, मनोकामना की पूर्ति और मनचाही पत्नी की प्राप्ति होने के साथ अनेकों लाभ मिलते हैं. इसके पाठ से किसी भी कार्य में आपको सिद्धि प्राप्त हो जाती है. दुर्गा सप्तशती के इस स्तोत्र का पाठ नवरात्रि में करने से लाखों गुना फल प्राप्त होता है. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार मनुष्य जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का समाधान देवी दुर्गा के पास है.
‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ करने के लाभ
दुर्गा सप्तशती के शक्तिशाली ‘अर्गला स्तोत्र’ की ज्यादा जानकारी Bharat.one पर साझा करते हुए हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते है कि ‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ नवरात्रों में करने पर लाख गुना फल मिलता है. व्यक्ति को ‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ रोजाना करना चाहिए. नवरात्रों में देवी दुर्गा स्वर्ग लोक से धरती लोक यानी पृथ्वी लोक में अपने भक्तों का कल्याण करने और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए आती हैं.
नवरात्रों में ‘अर्गला स्तोत्र’ का पाठ करने से पहले देसी घी, सरसों या तिल के तेल से दीपक प्रज्वलित करके देवी दुर्गा का ध्यान करें और ‘अर्गला स्तोत्र’ को करने का संकल्प लें. फिर अपनी सभी इच्छाएं मन ही मन देवी को बताकर इस शक्तिशाली स्तोत्र का पाठ बिना किसी गलती के करने पर देवी दुर्गा प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देती हैं और कार्यों में आ रही सभी बाधाएं खत्म हो जाती देती हैं.
दुखों से मिलेगा छुटकारा
देवी कवच से जहां व्यक्ति के चारों ओर सुरक्षा कवच का निर्माण होता है. अर्गला स्तोत्र के पाठ से विजय प्राप्त करने में उत्पन्न सभी बाधाएं खत्म हो जाती हैं और अक्षय फल की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में ‘अर्गला स्तोत्र’ का फल अमोघ बताया गया है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.