West Vastu Inverter: कई लोग घर में इन्वर्टर लगाते समय सिर्फ बिजली की सुविधा को ध्यान में रखते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के हिसाब से यह फैसला गलत दिशा में लेने पर बड़े नुकसान दे सकता है. घर की हर दिशा का अपना एक असर होता है – कुछ दिशाएं आर्थिक स्थिति को प्रभावित करती हैं, तो कुछ आपके रिश्तों और सेहत से जुड़ी होती हैं. ऐसी ही एक खास दिशा है नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट (उत्तर-उत्तर पश्चिम). यह दिशा घर के उस हिस्से को दिखाती है जो अट्रैक्शन, रिश्तों में सामंजस्य और शरीर के यूरिनरी सिस्टम से जुड़ी होती है. यानी अगर इस दिशा की ऊर्जा में गड़बड़ी होती है, तो इसका सीधा असर शरीर और रिलेशनशिप दोनों पर पड़ता है. बहुत से लोग जानकारी की कमी के चलते इस दिशा में इन्वर्टर रख देते हैं. शुरुआत में यह आम बात लगती है, लेकिन धीरे-धीरे इसका असर जीवन के अलग-अलग पहलुओं में दिखाई देने लगता है. आज हम जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह से कि नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट दिशा में इन्वर्टर रखना क्यों नुकसानदायक है और इससे किस तरह की दिक्कतें सामने आती हैं.
वास्तु के अनुसार, नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट दिशा नॉर्थ और वेस्ट के बीच की दिशा होती है. यह दिशा हमारे जीवन में अट्रैक्शन और फिजिकल रिलेशनशिप की ऊर्जा को नियंत्रित करती है. इस क्षेत्र की पॉजिटिव एनर्जी रिश्तों में प्यार, समझदारी और एक-दूसरे के प्रति सम्मान बढ़ाती है. लेकिन अगर इस दिशा में भारी इलेक्ट्रिक आइटम जैसे इन्वर्टर या बैटरी रख दी जाती है, तो यह एनर्जी असंतुलित हो जाती है. नतीजा यह होता है कि रिश्तों में अनबन, गुस्सा, दूरी और आपसी समझ की कमी बढ़ने लगती है. यह असर धीरे-धीरे पूरे परिवार के माहौल को नेगेटिव बना देता है.
रिश्तों पर असर
-अगर आपके घर का इन्वर्टर नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट दिशा में रखा है, तो हो सकता है कि आपको या आपके पार्टनर को बिना वजह चिड़चिड़ापन महसूस हो. छोटी-छोटी बातों पर बहस या मनमुटाव होना आम हो जाता है.
-यह दिशा फिजिकल रिलेशन और अट्रैक्शन को कंट्रोल करती है, इसलिए यहां इन्वर्टर रखने से रिलेशनशिप की गर्मजोशी कम होने लगती है. धीरे-धीरे यह भावनात्मक दूरी में बदल सकती है.
-वास्तु में कहा गया है कि इस दिशा में भारी इलेक्ट्रॉनिक चीजें रिश्तों की मधुरता को खत्म करती हैं और पार्टनर के बीच गलतफहमियां बढ़ाती हैं.
सेहत पर असर
नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट दिशा सिर्फ रिश्तों से नहीं, बल्कि शरीर के यूरिनरी सिस्टम से भी जुड़ी होती है, अगर इस दिशा में इन्वर्टर रखा गया हो, तो यह शरीर की प्राकृतिक ऊर्जा के साथ टकराव पैदा करता है.
ऐसे में फ्रिक्वेंट यूरिनेशन, यूरिनरी इंफेक्शन या ब्लैडर की कमजोरी जैसी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं. कई बार लोग ध्यान नहीं देते, लेकिन लंबे समय तक यह समस्या बढ़ते-बढ़ते किडनी फेलियर जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है.
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, इन्वर्टर से निकलने वाला इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रिएक्शन इस दिशा की नेचुरल एनर्जी को डिस्टर्ब कर देता है, जिससे शरीर के अंदर फ्लूइड्स का संतुलन बिगड़ जाता है.
अन्य नुकसान
1. घर में अचानक झगड़े, गुस्सा और अस्थिरता बढ़ सकती है.
2. मानसिक रूप से बेचैनी और अनावश्यक तनाव महसूस होने लगता है.
3. नॉर्थ नॉर्थ वेस्ट में इन्वर्टर होने से व्यक्ति का आत्मविश्वास भी धीरे-धीरे कम होता जाता है.
4. यह स्थिति महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस और पुरुषों में कमजोरी या थकान जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकती है.
समाधान क्या है?
-अगर आपके घर में इन्वर्टर इस दिशा में है, तो सबसे पहले उसे शिफ्ट करने की कोशिश करें. वास्तु के मुताबिक इन्वर्टर रखने के लिए सबसे बेहतर दिशा साउथ ईस्ट मानी जाती है.
-अगर फिलहाल जगह बदलना मुमकिन नहीं है, तो कम से कम इन्वर्टर के पास मेटल शीट या लकड़ी की अलमारी लगाकर उसकी एनर्जी को बैलेंस करें.
-इसके अलावा उस जगह पर नीले या क्रीम कलर का पर्दा लगाना और वहां नमक के पानी से रोजाना पोंछा लगाना भी एनर्जी को स्थिर करने में मदद करता है.
