Home Dharma Sun in 12th house effects। कुंडली में सूर्य बारहवें भाव में

Sun in 12th house effects। कुंडली में सूर्य बारहवें भाव में

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Sun In 12th House Effects: जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति इंसान के आत्मविश्वास, इज्जत, सरकारी कामों, पिता से रिश्तों और नेतृत्व क्षमता को दिखाती है. जब यही सूर्य बारहवें भाव में होता है, तब इसका असर सीधा व्यक्ति की सोच, विदेश से जुड़े मामलों, खर्चे और मानसिक स्थिति पर पड़ता है. बारहवां भाव कुंडली का अंतिम भाव होता है, जो त्याग, एकांत, नींद, हॉस्पिटल, जेल, विदेश यात्रा और आध्यात्मिक झुकाव से जुड़ा होता है. इसलिए जब सूर्य यहां आता है, तो इंसान की जिंदगी में दो तरफा असर देखने को मिलता है एक तरफ यह व्यक्ति को गहरी सोच और अंतर्मुखी स्वभाव देता है, तो दूसरी तरफ आर्थिक और मानसिक दबाव भी ला सकता है. ऐसे लोग अक्सर अपने विचार खुद तक रखते हैं और हर बात में गहराई से सोचते हैं. कई बार उन्हें खुद की पहचान स्थापित करने में वक्त लगता है. मगर अगर सूर्य मजबूत हो तो यह व्यक्ति विदेश में नाम और पहचान बना सकता है. वहीं कमजोर सूर्य व्यक्ति को बार-बार नुकसान, तनाव और आत्मविश्वास की कमी दे सकता है. कुल मिलाकर, सूर्य का बारहवें भाव में होना साधारण स्थिति नहीं है, बल्कि यह जीवन में एक खास परीक्षा की तरह काम करता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.

सूर्य बारहवें भाव में होने के सकारात्मक प्रभाव
1. विदेश से लाभ या पहचान:
जिन लोगों की कुंडली में सूर्य बारहवें भाव में होता है, वे अक्सर विदेश यात्रा करते हैं या वहां बसने का मौका पाते हैं. कई बार इन्हें विदेश से काम या पैसा मिलता है.

2. आध्यात्मिक झुकाव:
ऐसे लोग दुनिया की दौड़-भाग से थोड़ा दूर रहकर शांति में रहना पसंद करते हैं. ध्यान, योग या ईश्वर भक्ति में इनका मन जल्दी लगता है.

3. त्याग और सेवा की भावना:
सूर्य इस भाव में व्यक्ति को दूसरों की मदद करने वाला बनाता है. ऐसे लोग अपने निजी सुख को त्यागकर दूसरों की भलाई में खुश रहते हैं.

4. रचनात्मक सोच:
इनकी कल्पनाशक्ति मजबूत होती है, ये लोग कला, लेखन, संगीत या डिजाइन जैसे कामों में अच्छा नाम कमा सकते हैं.

5. गुप्त या रिसर्च वाले कामों में सफलता:
बारहवां भाव गोपनीय चीजों से जुड़ा होता है. इसलिए ये लोग साइंस, रिसर्च, या मेडिकल फील्ड में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं.

सूर्य बारहवें भाव में होने के नकारात्मक प्रभाव

1. आर्थिक नुकसान:
सूर्य यहां खर्च बढ़ा देता है. व्यक्ति चाहे जितना कमाए, पैसा रुक नहीं पाता. अनजाने में फिजूलखर्ची या किसी के भरोसे नुकसान हो सकता है.

2. नींद और मानसिक तनाव:
इस स्थिति में व्यक्ति को नींद से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. बार-बार अनावश्यक सोच, चिंता और मानसिक उलझनें परेशान करती हैं.

3. पिता से दूरी या मतभेद:
सूर्य पिता का कारक है, इसलिए इस भाव में होने पर पिता से दूरी, गलतफहमी या उनके साथ रिश्तों में ठंडापन आ सकता है.

4. आत्मविश्वास की कमी:
कई बार व्यक्ति अंदर से कमजोर महसूस करता है, खुद पर भरोसा कम रहता है, और दूसरों के सामने खुलकर बोलने से डरता है.

5. छिपे शत्रु या धोखा:
बारहवां भाव शत्रुओं और गुप्त घटनाओं से जुड़ा होता है, इसलिए ऐसे लोग कई बार किसी की चाल का शिकार हो जाते हैं या उन्हें पीठ पीछे नुकसान पहुंचाया जाता है.

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सूर्य बारहवें भाव में होने पर उपाय
1. सुबह जल्दी उठकर सूर्य को जल चढ़ाएं.
2. रविवार के दिन व्रत रखें और लाल कपड़े पहनें.
3. सूर्य को मजबूत करने के लिए ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें.
4. गुड़, गेहूं और तांबे की चीजें दान करना शुभ रहता है.
5. पिता का सम्मान करें और उनकी सेवा करें.
6. घर या ऑफिस में सुबह के वक्त सूर्य की किरणें आने दें.

इन उपायों से सूर्य का असर धीरे-धीरे सकारात्मक दिशा में बढ़ता है और व्यक्ति की किस्मत में स्थिरता आने लगती है.

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