Surya Gochar In Vrishchik Rashi 2025: सूर्य का गोचर वृश्चिक राशि में 16 नवंबर को होने जा रहा है. उस दिन दोपहर में 01:44 बजे सूर्य का राशि परिवर्तन होगा. ग्रहों के राजा सूर्य 16 दिसंबर को 04:26 एएम तक वृश्चिक में रहेंगे. सूर्य का गोचर 7 राशिवालों पर नकारात्मक असर डाल सकता है. इन लोगों का 1 माह तक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कुछ लोगों पर इसका मिलाजुला असर देखने को मिल सकता है. आइए जानते हैं वृश्चिक में सूर्य गोचर का राशियों पर नकारात्मक प्रभाव के बारे में.
वृश्चिक में सूर्य गोचर का नकारात्मक प्रभाव
मेष: वृश्चिक राशि में सूर्य का गोचर मेष के छठे भाव में होगा. दैनिक कार्य, स्वास्थ्य, सेवा, विरोधियों और बाधाओं से संबंधित चीजें सक्रिय होंगी. आप अपने भीतर छिपे हुए संघर्षों या शत्रुओं को पहचान सकते हैं और यही उन्हें सुलझाने का समय होगा. स्वास्थ्य संबंधी मामलों पर विशेष ध्यान दें. छोटी-मोटी बीमारियां या थकान संभव है.
वृषभ: वृश्चिक राशि में सूर्य का गोचर वृषभ के पंचम भाव में होगा. रचनात्मकता, प्रेम, संतान, आनंद और विश्राम से संबंधित क्षेत्र सक्रिय होंगे. प्रेम जीवन और रचनात्मक अभिव्यक्तियां प्रगाढ़ होंगी. यदि आप कला, संगीत या लेखन से जुड़े हैं, तो इस अवधि में आपकी प्रेरणा उच्च रहेगी. बच्चों या युवाओं से जुड़ी ज़िम्मेदारियां बढ़ सकती हैं. आप भावनात्मक रूप से संवेदनशील हो सकते हैं, रिश्तों में संचार विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा.
मिथुन: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर मिथुन के चतुर्थ भाव में होगा. घर, परिवार, माता, भावनात्मक आधार और भावनाएं अधिक सक्रिय रहेंगी. पारिवारिक जीवन में कुछ गहराई, परिवर्तन या पुनर्गठन हो सकता है. घरेलू वातावरण, संपत्ति या घरेलू योजनाओं पर नियंत्रण रखें. आपकी माता या घर की अन्य महिलाओं को लेकर चिंताएं हो सकती हैं; संवेदनशीलता और समझदारी की आवश्यकता है. आपका मन बहुत अंतर्मुखी रहेगा; चिंतन के लिए समय निकालें.
कर्क: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर कर्क के तृतीय भाव में होगा; संचार, विचार, भाई-बहन, छोटे-मोटे काम और साहस से जुड़े क्षेत्र प्रभावित होंगे. आपकी वाणी में गहराई आएगी, लेकिन ध्यान रखें कि कठोर न हों. लेखन, वाणी, मीडिया या संचार में सक्रियता बढ़ेगी. छोटी यात्राएं, संचार या संपर्कों में बदलाव संभव है. आप आत्मविश्वास और साहस का मिश्रण अनुभव करेंगे.
तुला: सूर्य का गोचर तुला के द्वादश भाव में होग. खर्च, गुप्त शत्रु, अकेलापन, आंतरिक विचार और विदेश यात्रा या भ्रमण की भावनाएं सक्रिय रहेंगी. विचारों का प्रभाव बढ़ेगा; अवचेतन भावनाएं उभर सकती हैं. अपने खर्चों को लेकर सावधान रहें; अनावश्यक खर्च से बचें. राहु/केतु, शनि आदि ग्रहों के प्रभाव के कारण गुप्त बाधाएं या शत्रुता उभर सकती है. ध्यान, साधना और आत्मनिरीक्षण से राहत मिलेगी.
मकर: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर मकर के अष्टम भाव में होगा. साझेदारी, संपत्ति, रहस्य और गहन स्वास्थ्य प्रभावित होंगे. गुप्त साझेदारियां, अनजान चुनौतियां और व्यक्तिगत परिवर्तन आपका ध्यान आकर्षित कर सकते हैं. निवेश, संयुक्त संपत्ति या साझा संसाधनों में सावधानी आवश्यक है. मानसिक परिवर्तन, जैसे रहस्यों का पता लगना या मनोविश्लेषण की ओर झुकाव हो सकते हैं. स्वास्थ्य संबंधी मामलों के प्रति सतर्क रहें, खासकर उन मामलों में जो आपको गुप्त रूप से प्रभावित करते हैं.
कुंभ: वृश्चिक राशि में सूर्य का गोचर कुंभ के सप्तम भाव में होगा; साझेदारी, विवाह, सहयोग, रिश्ते और संबंधों से जुड़े क्षेत्र सक्रिय रहेंगे. रिश्तों में गहराई, ईमानदारी और चुनौतियां दोनों का अनुभव होगा. साझेदारों या सहकर्मियों के साथ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं. संवाद और समझ ज़रूरी होगी. साझेदारी या व्यावसायिक सहयोग में बदलाव आने की संभावना है. संतुलन बनाए रखें; अपनी इच्छाओं और साझेदारी के दायित्वों के बीच संतुलन ज़रूरी है.
