Last Updated:
Unique Temple in UP: यूपी के फिरोजाबाद में एक अनोखा मंदिर है. इस मंदिर में महिलाएं अपने बच्चों की सलामती और संतान प्राप्ति की कामना लेकर आती हैं. मन्नत पूरी होने पर यहां मुर्गी के अंडे चढ़ाए जाते हैं.
नगरसेन बाबा का प्राचीन मंदिर
हाइलाइट्स
- फिरोजाबाद के बिलहना गांव में बाबा नगरसेन का प्रसिद्ध मंदिर है.
- संतान प्राप्ति और बच्चों की सलामती के लिए महिलाएं अंडे चढ़ाती हैं.
- आगरा, मथुरा, दिल्ली से भक्त मंदिर में पूजा करने आते हैं.
धीर राजपूत/ फिरोजाबाद : मां अपने बच्चों की सलामती के लिए भगवान के द्वार पर मन्नत मांगने पहुंच जाती है. फिरोजाबाद जिले के एक गांव में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिलता है.यहां एक मंदिर स्थापित है जहां पर महिलाएं अपने बच्चों के लिए पूजा अर्चना करती हैं. इस मंदिर पर बच्चों के अच्छे स्वास्थ और सलामती के लिए दुआएं मांगने के लिए काफी दूर दूर से लोग पहुंचते हैं और पूजा में पूड़ी हलवा का भोग लगाते हैं. इसके साथ ही यहां मन्नत पूरी होने पर अंडे भी चढ़ाये जाते हैं. यहां बच्चों को होने वाली बीमारियों के अलावा अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है.
मंदिर के गेट पर फेंके जाते हैं अंडे, अनोखी है इस गांव के मंदिर की परंपरा
फिरोजाबाद से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बिलहना में बाबा नगरसेन नाम का प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर है. यहां बच्चों के लिए पूजा की जाती है. मंदिर के पुजारी जगन्नाथ दिवाकर ने Bharat.one को जानकारी देते हुए बताया कि बाबा नगरसेन का यह मंदिर बेहद चमत्कारिक है. यहां पूजा अर्चना के लिए काफी दूर-दूर से भक्त आते हैं. बाबा नगरसेन की पूजा अर्चना माताएं बच्चों की सही सलामती के लिए करती हैं. बच्चों को होने वाली बीमारियां दस्त आदि से छुटकारा दिलाने के लिए मां अपने बच्चों को यहां लेकर आती हैं. इसके साथ ही जिन महिलाओं को संतान की प्राप्ति नहीं होती है वह भी यहां आकर मन्नत मांगती हैं और मन्नत पूरी होने पर नगरसेन बाबा को अंडे का भोग चढ़ाती हैं. वैशाख के महीने में यहां एक भव्य मेले का आयोजन भी होता है.
आगरा, मथुरा, दिल्ली, कन्नौज से आते हैं लोग
गांव में बसे इस मंदिर की मान्यता काफी दूर दूर तक है. इस मंदिर पर भक्त अपने परिवार के साथ आगरा, दिल्ली, मथुरा और कन्नौज, मुंबई से बच्चों को लेकर आते हैं. मंदिर में दर्शन करते हैं और इसके साथ ही यहां अंडे फेंक कर भी चढ़ाए जाते हैं. अंडे चढ़ाने की यह परंपरा काफी प्राचीन है. वहीं बताया जाता है कि यहां नगरसेन बाबा की पूजा कई पीढियों से की जा रही है. आषाढ़ के महीने में बच्चों की सही सलामती के लिए यहां एक मेले का आयोजन किया जाता है.