Home Dharma Vastu Tips: अगर आपके घर में इस दिशा में है घड़ी, तो...

Vastu Tips: अगर आपके घर में इस दिशा में है घड़ी, तो हो सकती है पैसों की कमी! तुरंत बदलें स्थान

0


Last Updated:

Vastu Tips for Wall Clock: वास्तु शास्त्र में घड़ी को सिर्फ समय बताने का साधन नहीं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और सफलता का प्रतीक माना जाता है. सही दिशा, रंग और स्थिति में घड़ी लगाना जीवन में सुख, समृद्धि और अनुशासन लाता है. इस खबर में जानिए कि दिशा में घड़ी लगाना शुभ माना जाता है और किस दिशा में इसे लगाने से परहेज करना चाहिए.

वास्तु शास्त्र हमारे जीवन के हर पहलू को सकारात्मक और संतुलित बनाने का मार्गदर्शन करता है. घर की सजावट से लेकर छोटे-छोटे सामान तक का स्थान हमारी ऊर्जा पर गहरा प्रभाव डालता है. घड़ी भी उन्हीं वस्तुओं में से एक है, जो समय का संकेतक होने के साथ-साथ घर के वातावरण को प्रभावित करती है. सही दिशा और रंग में घड़ी लगाने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है और जीवन में समय का सही उपयोग संभव होता है. आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार घड़ी से जुड़े महत्वपूर्ण नियम.

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या कार्यालय में घड़ी लगाने के लिए पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है. पूर्व दिशा सूर्य की दिशा है और यह नए अवसर, ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक है. पूर्व दिशा में घड़ी लगाने से व्यक्ति के जीवन में नई शुरुआत के अवसर आते हैं और कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है. इसके अलावा यह दिशा बच्चों की पढ़ाई के लिए भी शुभ मानी जाती है. इस दिशा में लगी घड़ी घर के वातावरण को संतुलित करती है और सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखती है.

उत्तर दिशा कुबेर की दिशा मानी जाती है और यह धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है. यदि घड़ी उत्तर दिशा की दीवार पर लगाई जाए तो घर में आर्थिक स्थिरता बनी रहती है और धन की वृद्धि होती है. व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए यह दिशा विशेष रूप से लाभकारी होती है. इस दिशा में लगी घड़ी समय की पाबंदी और अवसरों को पहचानने में भी मदद करती है. उत्तर दिशा में घड़ी लगाने से पारिवारिक संबंध मधुर होते हैं और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.

वास्तु शास्त्र में दक्षिण और पश्चिम दिशा में घड़ी लगाने को अशुभ माना गया है. दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है, इसलिए इस दिशा में घड़ी लगाना घर की ऊर्जा को कमजोर कर सकता है. वहीं पश्चिम दिशा अवसरों में देरी और प्रगति में रुकावट का कारण बन सकती है. यदि मजबूरीवश इन दिशाओं में घड़ी लगानी ही पड़े, तो ध्यान रखें कि घड़ी बंद न हो और हमेशा सही समय दिखाती रहे. बंद घड़ी नकारात्मकता और ठहराव का संकेत देती है, जिससे जीवन की प्रगति रुक सकती है.

सही दिशा और रंग के साथ-साथ घड़ी की स्थिति और आकार का भी ध्यान रखना जरूरी है. गोल या चौकोर आकार की घड़ी शुभ मानी जाती है क्योंकि यह पूर्णता और स्थिरता का प्रतीक है. घड़ी को ऐसी ऊंचाई पर लगाना चाहिए कि वह आसानी से सभी को दिखाई दे सके. ध्यान रहे कि घड़ी कभी भी टूटी हुई या बंद नहीं होनी चाहिए. बंद घड़ी जीवन में बाधाओं और ठहराव का कारण बनती है. नियमित रूप से घड़ी की सफाई करना भी आवश्यक है ताकि वह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सके.

वास्तु के अनुसार सही दिशा और सही रंग की घड़ी लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह व्यक्ति को समय का महत्व समझने में मदद करती है और जीवन में अनुशासन लाती है. जब घर या कार्यालय में ऊर्जा का प्रवाह सही होता है, तो मानसिक शांति और सुख-समृद्धि अपने आप बढ़ने लगती है. इसलिए घड़ी केवल समय बताने का साधन ही नहीं, बल्कि सकारात्मकता का स्रोत भी है. यह जीवन की प्रगति और सफलता का प्रतीक बन जाती है

वास्तु शास्त्र में घड़ी को एक महत्वपूर्ण वस्तु माना गया है जो घर के वातावरण और व्यक्ति के जीवन दोनों पर असर डालती है. घड़ी को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है, जबकि दक्षिण और पश्चिम दिशा से परहेज करना चाहिए. हल्के और सकारात्मक रंगों की घड़ी का चुनाव करने से जीवन में सफलता और शांति आती है. सही दिशा, रंग और स्थिति में लगी घड़ी जीवन को संतुलित और प्रगतिशील बनाने में मदद करती है. इस प्रकार घड़ी का सही प्रयोग हर दृष्टि से लाभकारी सिद्ध होता है.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

अगर आपके घर में इस दिशा में है घड़ी, तो हो सकती है पैसों की कमी!

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version