Last Updated:
Carrot Leaf Health Benefits: गाजर की पत्तियों से निकलने वाली पालर सब्जी ग्रामीण इलाकों में स्वाद और सेहत दोनों का खज़ाना मानी जाती है. इसे अक्सर लोग फेंक देते हैं, जबकि यह विटामिन, आयरन और मिनरल्स से भरपूर सुपरफूड है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, पालर आयरन, फोलिक एसिड और फाइबर का उत्तम स्रोत है, जो खून की कमी, पाचन और इम्यूनिटी के लिए बेहद फायदेमंद है. अब यह पारंपरिक भोजन शहरी रसोई तक भी पहुंचने लगा है.
खेतों में जब गाजर उगती है तो उसके ऊपर से हरी भरी, बारीक पत्तियों वाली घास निकलती है. इसे पालर घास कहा जाता है. अधिकतर लोग इसे बेकार समझकर काटकर फेंक देते हैं, लेकिन किसान और देसी खानपान के शौकीन इसे बड़े शौक से खाते हैं. दरअसल, यह हरी पत्तेदार सब्जी विटामिन्स, मिनरल्स और आयरन से भरपूर होती है. इसका सेवन न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर को अंदर से ताकत भी देता है.
पालर गाजर की पत्तिया होती है, जो मुलायम, बारीक और सुगंधित होती है. यह देखने में हरी पतली पंखुड़ियों जैसी लगती हैंऔर हल्की मिट्टी की खुशबू देती है. सर्दियों की शुरुआत में जब गाजर की खेती होती है, तो यही पालर खेतों में खूब लहराती दिखाई देती है. गावों में महिलाए खेत से ताज़ी पालर तोड़कर घर लाती हैं और उससे पालर की सब्जी, पालर का परांठा या पालर की चटनी बनाती हैं.
ग्रामीण सीमा देवी ने बताया कि गाजर के ऊपर उगने वाला पालर से सब्जी बनाई जाती है जो बेहद ही स्वादिष्ट होती है. उन्होंने इससे बनने वाली सब्जी के आसान विधि बताई. सबसे पहले सामग्री के बारे में बताया. जिसमें गाजर की ताज़ी पालर 2 कटोरी (बारीक कटी हुई), प्याज एक (बारीक कटा हुआ), एक टमाटर, दो हरी मिर्च, लहसुन की 5 कलिया (कुटी हुई), जीरा आधा छोटा चम्मच, हल्दी पाउडर एक चौथाई, धनिया पाउडर एक छोटा चम्मच, लाल मिर्च पाउडर आधा चम्मच, नमक स्वादानुसार, सरसों का तेल 2 चम्मच लेना है.
सबसे पहले पालर को अच्छी तरह धो लें ताकि मिट्टी निकल जाए. फिर इसे उबालकर पानी निचोड़ लें और मोटा-मोटा काट लें. अब कढ़ाई में सरसों का तेल गरम करें. उसमें जीरा डालें और जब तड़कने लगे, तो लहसुन और हरी मिर्च डालें. अब प्याज डालकर सुनहरा भूनें, फिर टमाटर और सारे सूखे मसाले डालकर भूनें. इसके बाद उसमें उबला हुआ पालर डालकर धीमी आंच पर पकाए. इसके बाद 8 से 10 मिनट तक चलाते रहें ताकि सब कुछ अच्छे से मिल जाए. लास्ट में जब तेल ऊपर आने लगे और पालर नर्म हो जाए, तो गैस बंद कर दें. चाहें तो ऊपर से थोड़ा देशी घी डालें.
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अंजु चौधरी ने बताया कि यह आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर होता है. यह खून की कमी को दूर करती है और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मददगार है. यह लिवर और पाचन के लिए लाभदायक है. पालर में मौजूद फाइबर और क्लोरोफिल लिवर को साफ़ रखते हैं और पाचन को दुरुस्त करते हैं. इसी के साथ यह इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है. विटामिन A, C और K से भरपूर पालर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, जिससे सर्दी-खासी और संक्रमण से बचाव होता है और डिटॉक्स का काम करती है. इसके रस या सब्जी का सेवन शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है.
पहले के ज़माने में जब खेतों से गाजर निकाली जाती थी, तो महिलाए पालर को अलग से रख लेती थीं और उससे सर्दियों में गर्मागर्म सब्जी बनाती थी. अब यह परंपरा फिर से लौट रही है, क्योंकि लोग ऑर्गेनिक और नैचुरल फूड्स की ओर लौट रहे हैं. गांव में अधिकतर गाजर इसलिए उगाई जाती है ताकि वह पालर की सब्जी बना सके. आज कई शहरी मार्केट्स में भी गाजर की पत्तिया सुपरफूड के रूप में बेची जा रही हैं .इन्हें सूप, जूस और सलाद में भी इस्तेमाल किया जाता है. गाजर की पालर सिर्फ खेत की हरियाली नहीं, बल्कि सेहत का खज़ाना है. इसे बेकार समझकर फेंकने की बजाय अगर आप इसका इस्तेमाल करें, तो यह शरीर को भीतर से मज़बूती देती है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/recipe-carrot-leaves-palar-superfood-recipe-health-benefits-local18-9771988.html
