Home Food बिरयानी के लिए फेमस इस शहर को खूब भाता है ‘पत्थर का...

बिरयानी के लिए फेमस इस शहर को खूब भाता है ‘पत्थर का गोश्त’, फेवरेट कबाब की लिस्ट में रहता है टॉप पर

0



हैदराबाद: ये शहर बिरयानी के लिए विश्व प्रसिद्ध है साथ ही इस शहर को खाने का स्वर्ग माना जाता है. ये सिर्फ बिरयानी ही नहीं साथ में चिकन और मटन कबाब के लिए भी दुनियाभर में जाना जाता है. निज़ाम की रसोई से निकला स्वादिष्ट ‘पत्थर गोश्त ’ हैदराबाद के लोगों को खूब पसन्द आता है. हैदराबाद में कबाब का मतलब पत्थर गोश्त. जानते हैं इसकी क्या खासियत होती है और ये इतना क्यों पसंद किया जाता है. साथ ही ये भी कि इसका जायका लेने के लिए आप कहां जा सकते हैं.

निज़ाम की रसोई से निकला है पत्थर का गोश्त
Bharat.one से बात करते हुए बुजुर्ग मुईन जो एक रेस्टोरेंच चलाते है ने बताया कि पत्थर का गोश्त पहले निज़ाम के जमाने में उनके यहां बना करता था. धीर–धीर हैदराबाद शहर की हर जगह पत्थर का गोश्त मिलने लगा. खासतौर पर पुराने शहर हैदराबाद की तरफ पत्थर का गोश्त खूब मिलता है. कुछ दुकानें ऐसी हैं जिसके लोग दीवाने हुआ करते हैं. यहां खाने वालों की भीड़ लगी रहती है. काउंटर शुरू होत ही लोग टूट पड़ते हैं और कुछ ही देर में पूरी दुकान खाली हो जाती है.

कैसा होता है
मुईन ने आगे बताता कि पत्थर का गोश्त एक कबाब है जो हैदराबाद के लोगों को खूब पसन्द आता है. इसका स्वाद बहुत ही अनोखा होता है क्योंकि ये पत्थर पर बनाया जाता है. उन्होंने बताया की एक साफ पत्थर के नीचे आग लगा दी जाती है, जब पत्थर गर्म हो जाता है तो गोश्त को मसाले में मिलाकर अच्छे से पत्थर पर पकाया जाता है. फिर उसको प्याज के सलाद के साथ परोसा जाता है जिसका स्वाद बहुत ही लाजवाब होता है.

कहां मिलता है ये गोश्त
हैदराबाद शहर के चारमीनार की तरफ को पत्थर के गोश्त का गढ़ कहा जाता है. यहां बहुत सारी दुकानें पत्थर का गोश्त परोसती हैं. रमज़ान के समय रात में पत्थर के गोश्त के लिए लोगों की लाइन लगी रहती है. यूं तो हमेशा ही इसकी बिक्री होती है लेकिन किसी खास फेस्टिवल में मांग बढ़ जाती है.

FIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 14:19 IST


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-pathar-gosht-becomes-top-favorite-of-city-people-among-all-kebabas-special-preparation-local18-8879464.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version