Home Food Karva Chauth Special: मिट्टी नहीं, अब चीनी से बनते हैं सुहाग के...

Karva Chauth Special: मिट्टी नहीं, अब चीनी से बनते हैं सुहाग के प्रतीक करवे, देखें कैसे होती है तैयारी

0


Last Updated:

Karva Chauth Special Karve Making Process: भरतपुर में करवाचौथ का उत्सव नजदीक आते ही बाजारों में चीनी से बने करवे आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. परंपरागत मिट्टी के करवों के साथ अब ये मीठे करवे सुहागिन महिलाओं की पहली पसंद बन रहे हैं. इन करवों को तैयार करने के लिए चीनी को भट्टी पर घंटों पकाया जाता है और फिर लकड़ी के सांचों में डालकर मनमोहक आकार दिए जाते हैं. यह पूरी प्रक्रिया समय और धैर्य मांगती है, लेकिन तैयार होने के बाद ये करवे देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं.

ख़बरें फटाफट

भरतपुर. सुहागिन महिलाओं के लिए करवाचौथ का त्यौहार विशेष महत्व रखता है. सुहाग का प्रतीक माने जाने वाले करवे इस पर्व की शान होते हैं. परंपरागत रूप से मिट्टी के करवे तो बनाए ही जाते हैं, लेकिन अब चीनी से बने करवे भी बाजारों में खास आकर्षण बने हुए हैं. चीनी से बने इन करवों को मिट्टी जैसी आकृति देकर तैयार किया जाता है. करवाचौथ के दिन सुहागिन महिलाएं इन करवों को गेहूं या चावल से भरकर विधिवत पूजा के बाद दान करती हैं.

यह प्रथा अखंड सौभाग्य और पति की लंबी आयु के लिए शुभ मानी जाती है. अब जैसे-जैसे करवाचौथ नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे बाजार में करवे बनने का काम जोरों से चल रहा है. साथ ही बाजार में मिलना भी शुरू हो गया है. पर क्या आपको बता है इनको किस प्रकार से तैयार किया जाता है. जब करवाचौथ नजदीक आती है तो उससे 10-15 दिन पहले इसको बनाने का काम शुरू हो जाता है.

ऐसे तैयार किया जाता है चीनी के करवे

सबसे पहले इनको बनाने के लिए चीनी को कई घंटों तक भट्टी पर रखा जाता है और पकाया जाता है. जब चीनी चासनी बनकर पक जाती है और तैयार हो जाती है, उसके बाद बारी आती है चासनी को करवा का आकार देने की. इसके लिए लकड़ी से बने सांचे लिए जाते हैं. जिसमें लकड़ी के सांचों का आकार अलग-अलग होता है. इसके बाद चासनी को धीरे-धीरे लकड़ी के बने सांचों में डाला जाता है और फिर लकड़ी के बने सांचों को थोड़ी देर के लिए रख दिया जाता है.

करवे बनाने में धैर्य की पड़ती है जरूरत

जब सांचे ठंडे और सेट हो जाते हैं तब उसको आराम से सावधानी के साथ खोलकर निकला जाता है और सूखने के लिए रख दिया जाता है. जब यह सूख जाते हैं, तब जाकर के यह चीनी के मीठे करवे बनकर तैयार होते है. इस पूरी प्रक्रिया में काफी समय लगता है. इसको बनाने में काफी धैर्य रखने की जरूरत होती है. इस तरीके से यह करवे बनकर तैयार होते हैं.

deep ranjan

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से Bharat.one हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से Bharat.one हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

मिट्टी के साथ अब चीनी से सजता है सुहाग का प्रतीक, देखें कैसे होती है तैयारी


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-karwachauth-2025-sugar-karwa-making-process-market-trend-bharatpur-local18-9703356.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version