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Winter Dinner Time: सर्दियों में जल्दी डिनर करना फायदेमंद है, क्योंकि सर्कैडियन रिदम और क्रोनोन्यूट्रीशन रिसर्च के अनुसार सही समय पर भोजन से मेटाबॉलिज्म, मूड और नींद बेहतर होती है. सेहत के लिए सिर्फ यह मायने नहीं रखता कि आप ‘क्या’ खा रहे हैं, बल्कि यह भी उतना ही जरूरी है कि आप ‘किस समय’ खा रहे हैं.
Winter Dinner Time: आधुनिक विज्ञान का मानना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है और दिन छोटे होने लगते हैं, हमें अपने डिनर का समय भी थोड़ा बदल लेना चाहिए. सही समय पर भोजन करने से आपके मेटाबॉलिज्म (पाचन), मूड और नींद में बेहतरीन सुधार हो सकता है. दरअसल, हमारे शरीर की घड़ी यानी ‘सर्कैडियन रिदम’ सूरज की रोशनी और अंधेरे के साथ तालमेल बनाकर चलती है. सर्दियों में चूंकि अंधेरा जल्दी हो जाता है, इसलिए हमारी पाचन क्रिया धीमी पड़ने लगती है. ऐसे में रात का खाना जल्दी खा लेना फायदेमंद होता है. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार ‘क्रोनोन्यूट्रीशन’ पर हुई नई रिसर्च भी यही कहती है कि सेहत के लिए सिर्फ यह मायने नहीं रखता कि आप ‘क्या’ खा रहे हैं, बल्कि यह भी उतना ही जरूरी है कि आप ‘किस समय’ खा रहे हैं.
शोध बताते हैं कि शाम 6 बजे की तुलना में देर रात (जैसे 10 बजे) खाना खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है और फैट बर्न होने की गति धीमी हो जाती है. यह असर तब भी दिखता है, जब भोजन की मात्रा और सोने का समय एक जैसा ही क्यों न हो. कई अध्ययनों का निष्कर्ष है कि दिन के शुरुआती हिस्से में ज्यादा कैलोरी लेना और रात का खाना जल्दी व हल्का रखना सेहत के लिए बेहतर है. यह आदत वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करती है. शाम को जल्दी भोजन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म सही लय में काम करता है. इससे सोने से पहले पाचन, हार्मोनल बैलेंस और कैलोरी बर्निंग की प्रक्रिया बेहतर ढंग से पूरी हो पाती है. नतीजतन, न केवल नींद की गुणवत्ता सुधरती है, बल्कि टाइप-2 डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है.
कम धूप मिलने का असर
सर्दियों में दिन छोटे होते हैं और धूप कम मिलती है, जिससे हमारे शरीर की अंदरूनी घड़ी (सर्कैडियन रिदम) गड़बड़ा सकती है. इसका असर हमारे मूड पर भी पड़ता है (जिसे ‘सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर’ कहते हैं), और इसी वजह से लोग अक्सर देर रात खाना या स्नैक्स खाने लगते हैं. हालांकि, सोने के समय के ठीक आसपास खाना खाने से पाचन और नींद में बाधा आती है, जो सेहत को और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है. इसीलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि रात का खाना शाम 5:30 से 7:00 बजे के बीच, या फिर सोने से कम से कम दो-तीन घंटे पहले जरूर खा लेना चाहिए.
सोच-समझकर खाएं
चूंकि दिन के समय और धूप में हमारा मेटाबॉलिज्म ज्यादा सक्रिय रहता है, इसलिए नाश्ता और दोपहर का भोजन अच्छे से (पेट भरकर) करना चाहिए. भोजन का एक नियम बनाना और अपनी दिनचर्या व शारीरिक मेहनत के हिसाब से उसे ढालना भी जरूरी है. उदाहरण के लिए, खिलाड़ियों को देर रात खाने की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन कम सक्रिय लोगों के लिए यह फायदेमंद नहीं है. अंत में, सेहतमंद रहने का सही तरीका यही है कि आप ‘सोच-समझकर’ खाएं (Mindful Eating). अपनी जीवनशैली और शरीर की जरूरतों को ध्यान में रखकर भोजन करें, ताकि सर्दियों के इन महीनों में आपकी एनर्जी, मूड और नींद का संतुलन बेहतरीन बना रहे.
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https://hindi.news18.com/news/knowledge/what-is-the-right-time-for-dinner-in-winter-what-does-science-say-which-you-probably-do-not-know-ws-kl-9875631.html
