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कंपकंपी भरी सर्द रातों में मर्दों को होने लगी है यह दिक्कत, पर धांसू टिप्स की मदद से नसों में आने लगेगा उफान

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Cold Weather affect Men Health: कड़कड़ाती सर्दी में पुरुषों की निजी जिंदगी भी प्रभावित होने लगी है. इस सर्दी की वजह से शरीर का तापमान घट जाता है जिसके कारण मर्दों के प्राइवेट पार्ट पर भी असर पड़ता है. ब्रिटेन में डॉक्टरों ने हाल ही में इसके लिए जिम्मेदार चीज को पकड़ा है. डॉक्टरों का मानना है कि ज्यादा सर्दी में तापमान गिरने के कारण मर्दों के प्राइवेट पार्ट में ब्लड फ्लो बहुत कम हो जाता है जिसकी वजह से प्राइवेट पार्ट सिकुड़ कर आधा हो जाता है और इसे विंटर पेनिस कहा गया है. इस परेशानी के कारण पुरुषों को यौन सुख नहीं मिल पाता है और कई अन्य तरह की दिक्कतें भी सामने आ जाती है.

अंग के शिथिल होने के क्या कारण
डेली एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक ब्लड वैसल्स में सिकुड़ने के कारण मर्दों के प्राइवेट पार्ट के आकार को आधे तक छोटा कर सकता है. ऐसे रक्त प्रवाह में कमी के कारण अंग को कठोर बनाए रखना भी कठिन हो सकता है. खासकर उन लोगों में जिन्हें इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) की बीमारी है. इसलिए एक्सपर्ट ने इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. इंडियन एक्सप्रेस ने इस बारे में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. जगदीश हीरेमठ से बात की. डॉ. जगदीश हीरेमठ ने कहा कि ठंडे मौसम में वासोकंस्ट्रिक्शन की परेशानी होती है. यह एक शारीरिक प्रक्रिया है जिसमें रक्त वाहिकाएं शरीर की गर्मी बनाए रखने के लिए संकीर्ण हो जाती हैं.ऐसा इसलिए होता है ताकि खून पहले शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में पहुंचे. जो शरीर का उतना महत्वपूर्ण अंग नहीं है वहां कम खून और ऑक्सीजन पहुंचता है.

इनमें जननांग भी शामिल हैं. यही कारण है प्राइवेट पार्ट में खून कम पहुंचता है. इसलिए प्राइवेट पार्ट का आकार घट सकता है और ठंडे महीनों में इरेक्शन की गुणवत्ता में कमी हो सकती है. डॉ. जगदीश हीरेमठ ने कहा, यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन यह पुष्टि करता है कि ठंडे वातावरण में वासोकंस्ट्रिक्शन हो जाता है जो इरेक्टाइल कार्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है. ऐसे में इरेक्शन प्राप्त करने और बनाए रखने के लिए आवश्यक क्षमता में कमी हो जाती है. इसके अतिरिक्त ठंडे तापमान रक्त वाहिकाओं की लोच को कम कर देता है. साथ ही नाइट्रिक ऑक्साइड का रिलीज भी कम हो जाता है. इन सब कारणों से प्राइवेट पार्ट में उत्तेजना कम हो जाती है.

कैसे पाएं इस बीमारी से मुक्ति
डॉ. जगदीश हीरेमठ कहते हैं कि कुछ उपायों की मदद से प्राइवेट पार्ट में शिथिलता को कम कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव करना होगा. सबसे पहले सर्दी के दिनों में शरीर के निचले हिस्से के आसपास गर्म परतों में कपड़े पहनें ताकि उस एरिया में सर्कुलेशन बना रहे. शरीर का तापमान स्थिर रखना अत्यधिक वासोकंस्ट्रिक्शन को रोकता है. इसके बाद चाहे सर्दी ही क्यों न हो, नियमित व्यायाम करें. शारीरिक गतिविधि जैसे कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम, ब्लड वैसल्स में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है जिससे ठंड के कारण रक्त प्रवाह में कमी के प्रभावों को उलट देता है. एक्सरसाइज के बाद हेल्दी डाइट लें. ऐसी डाइट लें जिसमें ब्लड सर्कुलेशन को तेज करने की क्षमता हो. मेवे, हर तरह के सीड्स, मछलियां आदि का सेवन ज्यादा करें.

इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट्स वाले फ्रूट्स बेरीज, डार्क चॉकलेट आदि का सेवन करें. नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ाने के लिए लहसुन और अदरक का सेवन करें. पेल्विक फ्लोर वाली एक्सरसाइज करें. इसके लिए कीगल एक्सरसाइज पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत करती हैं. यह इरेक्टाइल फंक्शन को बढ़ाता है. ठंडे मौसम में अक्सर डिहाइड्रेशन की समस्या रहती है जिससे ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है. इसलिए पर्याप्त पानी पिएं. वहीं ठंड के मौसम में तनाव भी ज्यादा हो जाता है. इससे बचने के लिए योग, मोडिटेशन करें. अन्य जगहों पर घूमें. ठंड के मौसम में हॉट बाथ लें. इंटिमेसी से पहले गर्म पानी में नहाने से जननांगों के आसापास ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. अगर समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.

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