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दही का स्वाद हल्का खट्टा और बनावट घरेलू प्रक्रिया के कारण कभी-कभी असमान होती है. योगर्ट की बनावट अधिक स्मूद और क्रीमी होती है, और इसमें फ्लेवर भी जोड़े जाते हैं, जिससे यह कम खट्टा लगता है.

दही और योगर्ट में अंतर.
हाइलाइट्स
- दही पारंपरिक रूप से प्राकृतिक बैक्टीरिया से बनता है.
- योगर्ट में प्रोबायोटिक बैक्टीरिया मिलाए जाते हैं.
- दही और योगर्ट दोनों पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद हैं.
हमारे भारतीय खानपान में दही को खास जगह दी गई है. यह कई डिश में यूज किया जाता है. दही सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. वहीं, हाल के वर्षों में “योगर्ट” का चलन भी तेजी से बढ़ा है. बहुत से लोग दही और योगर्ट को एक ही समझते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोनों में काफी अंतर होता है? हालांकि, ये दोनों डेयरी प्रोडक्ट्स होते हैं और दिखने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन इसकी बनावट, स्वाद, पोषण और स्वास्थ्य लाभों में कई अंतर हैं. आइए जानते हैं दही और योगर्ट में क्या फर्क है और दोनों के क्या-क्या फायदे हैं.
दही और योगर्ट में क्या अंतर है?
दही को पारंपरिक तरीके से दूध में प्राकृतिक बैक्टीरिया मिलाकर जमाया जाता है. आमतौर पर इसमें लैक्टोबैसिलस नामक बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो दूध को फर्मेंट करके उसे गाढ़ा और खट्टा बनाते हैं. योगर्ट को औद्योगिक रूप से तैयार किया जाता है, जिसमें दूध को विशेष प्रकार के प्रोबायोटिक बैक्टीरिया (Lactobacillus bulgaricus और Streptococcus thermophilus) के साथ फर्मेंट किया जाता है. इसे नियंत्रित तापमान पर रखा जाता है ताकि एक समान स्वाद और बनावट मिले.
स्वाद और बनावट
दही का स्वाद हल्का खट्टा और बनावट घरेलू प्रक्रिया के कारण कभी-कभी असमान होती है. योगर्ट की बनावट अधिक स्मूद और क्रीमी होती है, और इसमें फ्लेवर भी जोड़े जाते हैं, जिससे यह कम खट्टा लगता है. दही में प्राकृतिक रूप से प्रोबायोटिक्स यानी अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. योगर्ट में अतिरिक्त प्रोबायोटिक्स मिलाए जाते हैं, जिससे यह पाचन और इम्यून सिस्टम के लिए अधिक लाभकारी हो सकता है. दही भारतीय रसोई का हिस्सा है और इसे कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है – रायता, लस्सी, छाछ, कढ़ी आदि में. योगर्ट मुख्य रूप से वेस्टर्न डायट का हिस्सा है और इसे स्नैक्स के रूप में, स्मूदी में या डेजर्ट के रूप में खाया जाता है.
दही और योगर्ट के फायदे
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और कब्ज, अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं. इसमें कैल्शियम और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. दही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और इंफेक्शन से बचाव करता है. दही कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है. योगर्ट में अतिरिक्त प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो गट हेल्थ और इम्यून सिस्टम को ज्यादा फायदा पहुंचाते हैं. जिन लोगों को दूध से एलर्जी होती है, वे अक्सर योगर्ट को आसानी से पचा सकते हैं. लो-फैट योगर्ट वेट लॉस डाइट के लिए बेहतरीन ऑप्शन है. योगर्ट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को चमकदार बनाते हैं और बालों को मजबूत करते हैं.
February 23, 2025, 11:13 IST
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-difference-between-curd-and-yogurt-which-is-better-for-health-benefits-9052729.html