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टैटू गुदवाने से हो रही है एड्स की बीमारी, भारत के इस हिस्से में बढ़े मामले, कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती

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Tattooing can cause of AIDS: पिछले कई महीनों से देश के कई हिस्सों में टैटू गुदवाने से एचआईवी एड्स के मामले सामने आए हैं. वाराणसी और कुछ अन्य छोटे शहरों में इससे पहले टैटू के कारण एड्स के मामले सामने आए थे. अब पंचकुला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा है कि पंचकुला में टैटू युवाओ में एचआईवी एड्स का कारण बनने लगा है. पंचकुला के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. मुक्ता कुमार ने कहा है कि पंचकुला में टैटू एड्स के होने का सामान्य कारण बनता जा रहा है. इसके लिए मुख्य रूप से संक्रमित निडील जिम्मेदार है. सड़क छाप कई ऐसे लोग हैं जो छोटी-छोटी जगहों पर टैटू गुदवाने की दुकान खोल लेते हैं और एक ही निडील से कई लोगों में टैटू गोद देते हैं. इस कारण टैटू से एचआईवी एड्स हो रहा है.

एक ही निडील से टैटू गोदवाने पर एचआईवी
टीओआई की खबर में डॉ. मुक्ता कुमार ने बताया कि चूंकि यह युवाओं में ज्यादा हो रहा है इसलिए टैटू गुदवाने से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरूकता की ज्यादा जरूरत है. उन्होंने कहा कि युवाओं में टैटू को लेकर फैशन ट्रेंड्स बन गया है जिसे हतोत्साहित करने की जरूरत है. अगर कोई टैटू गुदवाना चाहता है तो इसे रजिस्टर्ड जगह पर ही कराना चाहिए. हालांकि टैटू गुदवाने से एड्स के मामले बेहद रेयर है लेकिन अगर संक्रमित निडील से इसे गोदा जाए तो इससे एचआईवी हो सकता है. उन्होंने बताया कि अवांछित यौन संबंधों के अलावा एड्स के फैलने में एक और महत्वपूर्ण कारण नशेड़ी व्यक्तियों के बीच सिरिंजों का साझा करना है. जब लोग निडील के माध्यम से नशा करते हैं तो एक ही निडील से कई लोग नशे का इंजेक्शन ले लेते हैं. अगर इनमें से किसी एक भी एचआईवी है तो इस निडील से इंजेक्शन लेने वाले सभी लगों को एड्स हो जाएगा.

सतर्कता बरतने की जरूरत
टैटू से एड्स को रोकने के लिए जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी है. व्यक्तिगत स्तर पर, सामाजिक स्तर पर और सरकारी स्तर पर लोगों को यह बताना होगा कि एक ही निडील के इस्तेमाल से एड्स हो सकता है. हाल ही अभिनेत्री सामंथा रुथ ने लोगों के टैटू के दुष्प्रभाव को बताते हुए कहा था कि टैटू गुदवाने का विचार कभी नहीं करे. बिल्कुल कभी भी नहीं. टैटू गुदवाने का विचार बेहद खराब है. इसलिए यदि आप टैटू गुदवाने का विचार कर रहे हैं तो जिस पार्लर को इसका लाइसेंस है, उन्हीं पार्लर में टैटू गुदवाएं. टैटू गुदवाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके सामने नई निडील को रखी गई है या नहीं. टैटू को गोदवाने के लिए जो उपकरण इस्तेमाल में आए हैं, उसे सामने सेनिटाइज कराएं. टैटू गोदवाने से पहले और बाद में एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल अच्छे तरीके से करें. टैटू गुदवाने के बाद एयर ड्राई में कुछ देर रहने दें. इससे सिर्फ एड्स ही नहीं अगर निडील संक्रमित है तो इससे इंफेक्शन संबंधी कई बीमारियां हो सकती है. इसलिए यह सुनिश्चित कर लें कि निडील पूरी तरह से सेनिटाइज और नई हो. हालांकि निडील से या टैटू गुदवाने से एड्स का जोखिम न के बराबर होता है लेकिन यदि आप कहीं भी झोला झाप पार्लर में यह काम करवाने जाते हैं तो इसका जोखिम हो सकता है. इसलिए इस मामले में बेहद सतर्कता बरतें.

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