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Black Lemon Tea: नींबू की काली चाय एक पारंपरिक और आयुर्वेदिक दृष्टि से लाभकारी पेय है जो इम्युनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती है. इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स सर्दी-ज…और पढ़ें
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि नींबू और काली चाय का मेल मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन नियंत्रित करने और अतिरिक्त चर्बी कम करने में मदद मिलती है. यही कारण है कि अपनी फिटनेस को मेंटेन करने वाले लोगों के लिए यह एक रामबाण औषधि है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार, पारंपरिक रूप से नींबू वाली काली चाय का उपयोग औषधीय पेय के रूप में किया जाता रहा है. पुराने समय में इसे भोजन के बाद पचाने के लिए, सर्दी-जुकाम और गले की खराश दूर करने के लिए तथा यात्रा के दौरान उल्टी या मतली रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. गांवों में इसे पेट साफ करने वाली चाय भी कहा जाता है. धार्मिक उपवासों में भी इसे हल्के पेय के रूप में अपनाया जाता है, क्योंकि यह शरीर को हल्का और ऊर्जावान बनाए रखती है.
नींबू की काली चाय सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि प्राकृतिक औषधि की तरह है. यह पाचन को दुरुस्त रखने, शरीर को डिटॉक्स करने, इम्युनिटी बढ़ाने और हृदय को स्वस्थ रखने में कारगर है. नियमित सेवन से यह थकान मिटाकर शरीर को ऊर्जावान बनाए रखती है. नींबू वाली काली चाय बनाने की विधि बहुत सरल है. सबसे पहले एक कप पानी उबालें और उसमें आधा से एक चम्मच काली चायपत्ती डालें. 1-2 मिनट तक उबालने के बाद इसे छान लें. अब इसे थोड़ा ठंडा होने दें और फिर आधा नींबू निचोड़ें. स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शहद या गुड़ मिलाया जा सकता है. इस चाय को बनाने में दूध का उपयोग बिलकुल भी नहीं किया जाता है.
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